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Wednesday, September 5, 2018

तीन दरिंदो ने 13 साल की मासूम 8वीं की छात्रा से किया दुष्कर्म, आरोपितों को कोर्ट में भीड़ ने जमकर पीटा

भोपाल। राजधानी में मंगलवार को एक 13 वर्षीय 8वीं की छात्रा से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना हबीबगंज इलाके की है। शिकायत के बाद पुलिस ने घटना के तीनों आरोपितों को हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। हबीबगंज टीआई वीरेंद्र सिंह ने बताया कि शिवाजी नगर में रहने वाली छात्रा एक मिशनरी स्कूल में पढ़ती है। उसके पिता शासकीय कर्मचारी हैं। पीड़िता ने 2 सितंबर को हबीबगंज थाने आकर शिकायत की थी कि 11 सौ क्वाटर निवासी 19 वर्षीय रोहित खंगार ने उसको 27-28 अगस्त की दरम्यानी रात इस्टाग्राम पर मैसेज करके घर से बाहर बुलाया था। इंकार करने पर रोहित ने जाने से मारने की धमकी दी थी। जिसके बाद वह बाहर पहुंची तो एक कार बाहर खड़ी हुई थी। रोहित व उसके दो अन्य साथी रेलवे कॉलोनी निवासी 21 वर्षीय नावेद खान व बकतरा निवासी 22 वर्षीय अनमोल सिंह उसे जबरदस्ती कार में बैठाकर ले गए। रास्ते में रोहित व अनमोल ने उसके साथ अश्लील हरकत करना शुरू कर दी। जिसका विरोध करते हुए उसने कार से उतरने की काफी कोशिश की, लेकिन आरोपितों ने उतरने नहीं दिया। हबीबगंज नाके पर रोहित व अनमोल कार से उतर गए और नावेद उसे साकेत नगर में सुनसान स्थान पर ले गया। जहां कार में ही नावेद ने दुष्कर्म कर दिया। घटना की शिकायत पर दो सितंबर को रोहित, नावेद व अनमोल के खिलाफ दुष्कर्म, छेड़खानी और पोस्को एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। 
इधर इस घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोगों ने मंगलवार को सुबह 11 बजे के करीब हबीबगंज थाने का घेराव कर दिया। व् सड़क पर भी जाम लगाया। जमा लोग आरोपितों का जुलूस निकालने व फांसी की सजा दिलाने की मांग कर रहे थे। काफी समझाइश के बाद लोगों का आक्रोश कम होने पर पुलिस ने आरोपितों को दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया।
कोर्ट परिसर में दाखिल होने से पहले ही लोगों की भीड़ ने पुलिस वैन को घेर लिया और कोर्ट में ले जाते समय आरोपितों के साथ मारपीट शुरू कर दी। स्थिति अनियंत्रित होती देख पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के बाद पुलिस ने आरोपितों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
मैं मदद के लिए चीखी-चिल्लाई, लेकिन किसी ने नहीं सुनी मेरी आवाज- 
27-28 अगस्त की दरमियानी रात 1100 क्वार्टर्स में रहने वाले रोहित खंगार ने इंस्टाग्राम पर मुझे मैसेज किया। इसमें लिखा था कि अगर तुम बाहर नहीं आई, तो तुम्हारे मम्मी-पापा को जान से मार देंगे। डरकर मैंने दरवाजा खोला और बाहर आई। पोर्च में रोहित खड़ा हुआ था। अनमोल सिंह गेट के बाहर था। रोहित ने मुझे जबरन उठाया और गेट के ऊपर से बाहर कर दिया। अनमोल मुझे पकड़कर कार में ले गया। नावेद अपनी कार की ड्राइविंग सीट पर था। रोहित से मेरी छह साल पुरानी दोस्ती है। इसलिए अनमोल और नावेद से भी दोस्ती हो गई थी। रास्ते में अनमोल ने चलती कार में मुझसे हरकतें शुरू कर दीं। विरोध करने पर नावेद ने उन दोनों को 11 नंबर स्टॉप के पास उतार दिया। इसके बाद वह कार से मुझे साकेत नगर की तरफ ले गया। यहां किसी सुनसान सड़क किनारे कार रोककर उसने मेरे साथ ज्यादती की। मैं मदद के लिए चीखी-चिल्लाई, लेकिन किसी ने मेरी आवाज नहीं सुनी। सुबह करीब पांच बजे नावेद मुझे घर के पास छोड़कर चला गया।
आरोपी- अनमोल के पिता सरपंच
22 साल के अनमोल के पिता हरनाम सिंह चौहान सरपंच हैं, जबकि अनमोल का भरत नगर में मकान है। वह अजय ट्रेडिंग कंपनी के नाम से बीज और खाद का काम करता है।
आरोपी- नावेद कर रहा अनुकंपा नियुक्ति का इंतजार 
21 वर्षीय नावेद के पिता कमर मियां रेलवे में एसएनटी सेक्शन में थे। उनके निधन के बाद उसेअनुकंपा नियुक्ति मिलनी है। जल्दी ही उसे अनुकंपा नियुक्ति मिलने वाली थी। इन दिनों वह बेरोजगार है। 
आरोपी- रोहित बेरोजगार है
19 वर्षीय रोहित के पिता डालचंद खंगार मजदूरी करते हैं। रोहित भी इन दिनों बेरोजगार है। वह अनमोल का बेहद करीबी दोस्त है और अमूमन उसी के साथ घूमता रहता है।