भोपाल। दिवाली बाद प्रदेश में बड़े प्रशासनिक फेरबदल की संभावना है प्रशासनिक फेरबदल में देशभर में चर्चा का विषय बने मप्र के हनीट्रैप कांड का असर भी देखने को मिलेगा खबर है कि हनीट्रैप कांड में लिप्त नौकरशाह एवं अन्य लोगों के नाम सरकार के पास पहुंच गए हैं इनमें से कुछ सरकार में मलाईदार पदों पर जमे हैं संभवत: दीपावली बाद होने वाले प्रशासनिक फेरबदल में ऐसे सरकारी नुमाइंदों पर तबादले की गाज गिर सकती है।
हनीट्रैप कांड का मामला उजागर होने के बाद से प्रदेश के प्रशासनिक एवं राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है शुरू में हनीट्रैप कांड की जांच के लिए एसआईटी गठित करने को लेकर प्रशासनिक स्तर पर विवाद की स्थिति बनी थी, लेकिन एसआईटी चीफ के पद से आईपीएस संजीव शमी को हटाए जाने के बाद एजेंसी जांच कर रही है, लेकिन किसी को भी पूछताछ के लिए नहीं बुलाया है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी ने राज्य सरकार को जांच की प्रगति के संबंध में प्रारंभिक जानकारी दी है इसमें उन लोगों के नाम भी सामने आए हैं, जो हनीट्रैप कांड की आरोपी महिलाओं के ठिकानों से जब्त वीडियो क्लिप में दिखाई दिए हैं इनमें राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े लोगों के अलावा सरकारी नुमाइंदे हैं खबर है कि ऐसे सरकारी नुमाइंदों को चिह्नित कर लिया गया है, अब जल्द ही उन पर तबादले की गाज गिर सकती है इतना ही नहीं राज्य सरकार की ओर से कुछ अफसरों को इस संबंध में संकेत भी दे दिए हैं सूत्रों के अनुसार इतना तय माना जा रहा है कि फिलहाल हनीट्रैप कांड में शामिल किसी का भी नाम उजागर नहीं होगा।
मैदान से लेकर मंत्रालय तक होगा बदलाव:-
प्रशासनिक तबादले की सूची तैयार है, लेकिन अभी मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे मंजूरी नहीं दी है सीएम छिंदवाड़ा में दिवाली मनाएंगे, साथ ही केंद्रीय खुफिया एजेंसी के इनपुट पर प्रदेश में राम मंदिर से जुड़े फैसले के मद्देनजर अलर्ट जारी किया है ऐसे में कानून-व्यवस्था के चलते दीपावली से पहले तबादला सूची जारी नहीं होगी सूची में जिला पंचायत सीईओ से लेकर कलेक्टर, दो संभागायुक्त, डेढ़ दर्जन विभागों के प्रमुख सचिव, विभागाध्यक्षों के नाम शामिल हैं
अफसरों में खौफ:-
हनीट्रैप कांड में अभी तक सिर्फ इंदौर के पलासिया थाने में एक ही एफआईआर दर्ज है जिसमें किसी भी अधिकारी का नाम अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन अफसरों में खौफ है हनीट्रैप कांड की सबसे ज्यादा चर्चा मंत्रालय में हो रही है सूत्र बताते हैं कि राज्य सरकार ने हनीट्रैप कांड से जोड़कर जिन अफसरों के नाम सामने आए हैं, उनको हटाने के संकेत दे दिए हैं।