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Monday, November 25, 2019

कार हादसे में पांच लोग जिंदा जलेः मां का करुण कंद्रन देख द्रवित हुए लोग, पढ़ें पूरा घटनाक्रम

आगरा। अलीगंज मार्ग पर हुए भीषण हादसे में गंभीर रूप से घायल किशोरी वर्षा के पास से मिली डायरी से उसके घर वालों को घटना की जानकारी दी गई। नयागांव थाना क्षेत्र के गांव तमरौरा निवासी सुनील कुमार शुक्रवार शाम गांव के लिए कार से निकले थे। शनिवार सुबह बागवाला क्षेत्र के गांव हिम्मतपुर के पास उनकी कार ट्रोला में जा घुसी, जिससे कार में आग लग गई। 
इस बीच सुनील की बेटी वर्षा किसी तरह कार की खिड़की खुलने से बाहर आ गिरी। वर्षा के पास मिले पर्स को पुलिस ने खोला तो उसमें से एक डायरी मिली, जिसमें वर्षा की सहेली के पिता ब्रजेश का फोन नंबर लिखा मिला। पुलिस ने उस नंबर पर फोन कर सुनील के घर वालों को घटना की जानकारी दी। हंसता-खेलता परिवार एक मिनट में उजड़ गया। जिस मां ने बेटे को नौ मां तक कोख में पाला, बड़े अरमान से ब्याह कर लाई और नाती को गोदी में खिलाया वह तीनों ही इस दुनिया में नहीं रहे।
 मां पोस्टमार्टम हाउस पर एक ही बात चिल्ला रही थी, कोई मेरे उन बेटों को ले आओ, जिन्हें पेट में पाला और गोद में खिलाया। बार-बार बेहोश हो रही मां को महिला पुलिसकर्मी पानी पिला कर होश में लाने का प्रयास कर रहीं थीं।पोस्टमार्टम हाउस पर आंखों को नम कर देने वाला माहौल था, जिस व्यक्ति ने मंजर देखा या पांच शवों को एक लाइन में रखे देखा उसकी रूह कांप गई। मां-बहन आपस में लिपटकर रो रहे थे तो बराबर में बैठे दो भाई भी अपने आंसू नहीं रोक पा रहे थे। तमरौरा निवासी सिपाहीराम और सिया देवी की छह संतानों में सुनील कुमार सबसे बड़े थे और 15 साल से दिल्ली में ड्राइवर थे, छोटा भाई महावीर भी दिल्ली में ही पेंटर है। 
अन्य तीन भाइयों में जयवीर और सुखवीर सेना की तैयारी कर रहे हैं जबकि सबसे छोटा आकाश पढ़ रहा है, वहीं बहन पूनम सुनील के पास रहकर ही दिल्ली में किसी कंपनी में कार्यरत है। पिता पर चार बीघा खेती है, उसी से परिवार की गुजर-बसर होती है।हादसे में घायल हुई 16 वर्षीय वर्षा पुत्री सुनील कुमार को गंभीर स्थिति में आगरा के एसएन अस्पताल रेफर किया गया था, जहां से देर सायं उसे स्वस्थ्य होने पर छुट्टी दे दी गई। मृतक सुनील के जीजा रामानंद वर्षा को लेकर घर पहुंच गए हैं। सुनील कुमार परिवार की बेहतर परिवरिश करने के लिए दिल्ली में ड्राइवर की नौकरी करते थे। एक कंपनी में गाड़ी चलाने के साथ ही एक खुद की कार खरीद ली थी, जिसे उबर कैब कंपनी में लगाकर आय के स्रोत बढ़ा लिए थे। पत्नी साथ में ही रहती थी। हादसे में पूरा परिवार खत्म हो गया। एटा के थाना बागवाला क्षेत्र में शनिवार की सुबह हुए भीषण हादसे ने लोगों का दिल झकझोर दिया। ट्रॉला से टकराने के बाद कार में आग लग गई, जिसमें दंपती सहित पांच लोग जिंदा जल गए। टक्कर के दौरान दंपती की बेटी किसी तरह कार से उछलकर दूर जा गिरी, जिससे उसकी जान बच गई। वो घायल है। उसे आगरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। थाना नयागांव क्षेत्र के गांव तमरौरा निवासी 35 वर्षीय सुनील कुमार उर्फ संतोष दिल्ली से एटा अपने गांव आ रहे थे। कार में सुनील की पत्नी विमला (32), बेटा लवकुश (10), बेटी वर्षा (16), मौसा बबलू (30) निवासी अलूपुरा, थाना कुरावली मैनपुरी, ममेरा भाई चंद्रशेखर (27) पुत्र बंगाली निवासी गुठना, थाना मेरापुर, फर्रुखाबाद सवार थे। कार खुद सुनील चला रहे थे। वर्षा को छोड़ हादसे में सभी लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई।