दिल्ली ही नहीं पूरा देश सहमा हुआ है इस भीषण अग्निकांड से. सोचिए उन लोगों के बारे में जिनकी जान किसी और की लापरवाही की वजह से चली गई. अब हम आपको एक ऐसा फोन कॉल सुनाते हैं जिसमे इस बिल्डिंग में फंसे एक शख्स ने अपने दोस्त को अपनी मौत से पहले आखिरी कॉल किया. मुशर्रफ अली ने अपने दोस्त मोनू को फोन करके पूरी घटना की जानकारी दी और अग्निकांड में दम तोड़ने से पहले सिर्फ यही गुहार लगाता रहा कि मेरे परिवार, मेरे छोटे छोटे बच्चों का ख्याल रखना. मुशर्रफ अली की उम्र 30 साल थी और उसकी 3 छोटी बेटियां और एक छोटा बेटा है जिनकी चिंता वो बार बार अपने फोन कॉल में कर रहा था. सुनिए ये दिल दहलाने वाला फोन कॉल.