नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने एक ट्रेनी आईपीएस अफसर को नियुक्ति के चंद दिनों बाद ही सस्पेंड कर दिया है। 28 साल के केवी महेश्वर रेड्डी के खिलाफ आरोपी है कि उसने इस साल सिविल सेवा परीक्षा में 126वीं रैंक हासिल करने के बाद अपनी पत्नी को परेशान करना शुरू कर दिया था। वह अपनी पत्नी को धोखा देकर दूसरी शादी करने की फिराक में था, लेकिन पत्नी ने एससी-एसटी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में केस करवा दिया। मामला सामने आने के बाद संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने मामला गृहमंत्राल तक पहुंचाया और अब आरोपी के खिलाफ यह कार्रवाई की गई।
जानकारी के अनुसार, महेश्वर रेड्डी ने पिछले साल 9 फरवरी को मृदुला भवानी (28 साल) के साथ शादी रचाई थी। भवानी का आरोप है कि महेश्वर ने शादी के बाद अपने परिवार वालों को जानकारी नहीं दी। वहीं इस साल यूपीएससी में चयन होने के बाद उसका व्यव्हार बदल गया। उसने न केवल शोषण किया, बल्कि तलाक की धमकी दी। वह दूसरी शादी करना चाहता था। भवानी दलित हैं और रेलवे कर्मचारी है।
भवानी के मुताबिक, पिछले डेढ़ साल में मैंंने कई बार महेश्वर से कहा कि वह अपने परिवार को हमारी शादी के बारे में बताएं, लेकिन वह टालता रहा। इस साल जब यूपीएससी के लिए उसका चयन हो गया तो उसने खुलासा किया कि परिवार उसके लिए लड़की देख रहा है तो मैं हैरान रह गई। उसने मुुझे धमकियां दीं तो मैंने पुलिस की मदद ली।
मृदुला की शिकायत पर इस साल अक्टूबर में एससी-एसटी समुदाय के सदस्य के खिलाफ उत्पीड़न करने, आपराधिक धमकी देने और अत्याचार के केस दर्ज किया गया था। मामला सामने आया तो यूपीएससी ने राष्ट्रीय पुलिस अकादमी और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के साथ मिलकर केंद्रीय गृह मंत्रालय तक केस पहुंचाया।
गृह मंत्रालय की ओर से जारी निलंबन के नोटिस में कहा गया है कि महेश्वर की नियुक्ति की समीक्षा की जाएगी। सरकार केस का फैसला होने तक इंतजार करेगी।