भोपाल/ अगर पांच बोरियों में पैसे भरकर कोई शख्स अगर किसी शोरूम में पैसे लेकर गाड़ी खरीदने पहुंच जाए तो सोचिए वहां के कर्मचारियों की हालत क्या होगी। अगर पैसे के रूप में वह एक, दो या पांच रुपये के सिक्के हों तो उसे काउंट करने में हालत पतली हो जाएगी। मंगलवार को राजधानी भोपाल स्थित शोरूम में एक चिप्स व्यापारी ऐसे ही पांच बोरियों में सिक्के लेकर गाड़ी खरीदने पहुंचने गए।
दरअसल, भोपाल के संदीप गुप्ता चिप्स कारोबारी हैं। ज्यादातर वह छोटे ही दुकानों में सामनों की डिलीवरी देते हैं। बदले में उन्हें चिल्लर ही मिलते हैं। लेकिन बड़ी संख्या में अगर आपके चिल्लर हो जाएं तो उसको बाजार में चलाना बड़ा ही मुश्किल हो जाता है। संदीप गुप्ता के पास भी लाख रुपये के चिल्लर जमा हो गए थे और उन्हें नई गाड़ी खरीदनी थी।
बैंक भी लेने को तैयार नहीं:-
संदीप गुप्ता अपने चिल्लर को लेकर बैंक के पास भी गए कि इसे लेकर नोट दे दीजिए। लेकिन बैंक भी लेने को तैयार नहीं हुआ। इसके साथ ही वह गाड़ी के लिए भोपाल शहर के कई शोरूम में गए मगर कोई सिक्के लेने को तैयार नहीं था। अंत में होशंगाबाद स्थित एक शोरूम चिल्लर लेकर गाड़ी देने को तैयार हो गया। उसके बाद संदीप गुप्ता मंगलवार को चिल्लर लेकर शोरूम में पहुंचे।
16 लोग गिनने में लगे:-
चिप्स व्यापारी पिकअप वाहन लेने के लिए ऑटो में पांच बोरी चिल्लर लेकर शोरूम पहुंचे। शोरूम से पहले ही उनकी बात हो गई थी। शोरूम पहुंचने के बाद वहां के 16 कर्मचारी सिक्कों की गिनती में लगे। एक लाख के सिक्के गिनने में उन्हें करीब छह घंटे से ज्यादा वक्त लग गए। सिक्कों की गिनती पूरी होने के बाद संदीप गुप्ता को शोरूम ने गाड़ी हैंडओवर कर दिया।
गाड़ी लेकर पहुंचे घर:-
चिल्लर देकर गाड़ी मिलने के बाद संदीप गुप्ता काफी खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि हमारे कारोबार में ज्यादातर लोग सिक्के ही देते हैं। एक लाख रुपये के सिक्के हमारे पास जमा था मगर कोई लेने को तैयार नहीं था। होशंगाबाद रोड पर स्थित एक शोरूम संचालक इसके लिए तैयार हुआ तो मैं वहां सिक्का लेकर पहुंच गया। क्योंकि पहले वो भी लेने से इनकार कर रहे थे। अब घर में नई गाड़ी आ गई है। संदीप की पत्नी ने घर पहुंचने पर गाड़ी की पूजा की।