टिकट वितरण के लिए पार्टी ने जो फॉर्मूला तैयार किया है, उसके मुताबिक दस शर्ते हैं. दस का दम भरने वाले की झोली में ही टिकट जाएगा
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के टिकट के लिए कांग्रेस में घमासान शुरू हो गया है. पार्टी 30 अगस्त से पहले उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने की तैयारी में है, लेकिन टिकट के दावेदारों ने मुश्किल खड़ी कर रखी है। मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीट हैं. लेकिन इन पर चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के 3200 सदस्य दावा कर रहे हैं. यानि गुणा-भाग किया जाए तो एक सीट से औसतन 13 दावेदार. ये हाल तो जुलाई में है. टिकट वितरण का समय नज़दीक आते-आते घमासान तेज़ हो जाएगा. और दावेदार तो अभी आना बाक़ी हैं। हाईकमान ने उम्मीदवारों की स्क्रूटनी शुरू भी कर दी है. पीसीसी इस बार अगस्त के अंत तक प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने की तैयारी में है, ताकि उम्मीदवारों को पर्याप्त प्रचार का वक्त मिल सके. पहली सूची में वो 70 सीट होंगी, जहां से कांग्रेस लगातार पिछली तीन बार से चुनाव हार रही है। टिकट वितरण के लिए पार्टी ने जो फॉर्मूला तैयार किया है, उसके मुताबिक दस शर्ते हैं. दस का दम भरने वाले की झोली में ही टिकट जाएगा. लेकिन पहली शर्त यही रहेगी कि जिताऊ उम्मीदवार को ही टिकट दिया जाएगा. टिकट के दावेदार को नेशनल हेराल्ड की सदस्यता अनिवार्य रूप से लेना होगी। 2000 रुपए के ड्राफ्ट के साथ सदस्यता लेना अनिवार्य है।