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Sunday, October 28, 2018

BJP में 75 की उम्र पार चुके मंत्री मांग रहे टिकट, दिल है कि मानता नहीं- क्या मिलेगा इनको टिकिट

भोपाल। मध्य प्रदेश में बीजेपी दफ्तर के बाहर टिकट मांगने वाले नेताओं की भीड़ लगी है. इस भीड़ में सबसे ज्यादा संख्या उन नेताओं की है जो 70 साल से ज्यादा उम्र के हो चुके हैं. पार्टी युवा चेहरों को आगे करना चाहती है लेकिन इन बुजुर्ग नेताओं को किनारे करने में बीजेपी को नाको चने चबाने पड़ रहे हैं. 70 साल से ज्यादा उम्र के ये नेता मध्य प्रदेश बीजेपी के वो चहरे हैं जिन्होंने भोपाल से दिल्ली तक की सियासत देखी है. विधानसभा से लेकर संसद तक में राजनीति का इनका लंबा इतिहास रहा है. उम्र 70 के पार जा चुकी है लेकिन इस उम्र में भी सत्ता का मोह इनका पीछा नहीं छोड़ रहा है.
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम रामकृष्ण कुसमारिया का है जिनकी उम्र 76 साल है. पांच बार सांसद और और एक बार शिवराज की कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं. लेकिन इस उम्र में भी टिकट की दावेदारी ठोकने ये पार्टी दफ्तर पहुंचे हैं.
टिकट की चाहत रखने वाले उम्मीदवारों में 78 साल के सरताज सिंह भी हैं. सरताज पांच बार संसद में बैठ चुके हैं और दो बार शिवराज सरकार के मंत्री रहे हैं. बीजेपी में सरताज सिंह सरीखे बुजुर्ग नेताओं की एक लंबी-चौड़ी फेहरिस्त है.
बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री 78 साल के बाबूलाल गौर भी भोपाल के गोविंदपुरा सीट से टिकट के लिए अड़े हैं. शिवराज सरकार में 75 साल की कैबिनेट मंत्री कुसुम मेहदेले भी चुनाव लड़ना चाहती हैं. 73 साल के रूस्तम सिंह और कैबिनेट मंत्री जयंत मलैया भी मैदान में डटे हैं.
हालांकि बीजेपी में एक धड़ा ऐसा भी है जो नौजवान चेहरों की जगह बुजुर्ग लेकिन जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट देने के पक्ष में है. अब बीजेपी के लिए चुनौती दोहरी है क्योंकि सत्ता बरकरार रखने के लिए पार्टी को जीत और उम्र दोनों में तालमेल बिठाना है.शिवराज सरकार ने जिन मंत्रियों को 70 साल की उम्र का हवाला देकर बाहर निकाला था अब वही नेता फिर से टिकट के लिए ताल ठोंक रहे हैं. मगर सच यह है कि अपनी टिकट के लिए माहौल बनाकर ये नेता अपनी परिवार के लोंगों को आगे कर देंगे