भोपाल। चुनाव प्रचार के लिए थ्रीडी जैसी तकनीक का उपयोग कर चुकी भाजपा गांव और कस्बों के मतदाताओं को लुभाने के लिए जादूगरों और कठपुतली शो का सहारा लेगी। भाजपा ने चुनाव प्रचार की रणनीति में इसे शामिल किया है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा करीब एक दर्जन ऐसे कलाकारों की सेवाएं चुनाव के दौरान लेगी। भाजपा पदाधिकारियों के मुताबिक 2013 के विधानसभा चुनावों में भी भाजपा ने ऐसे कई कलाकारों की सेवाएं ली थीं। भाजपा का मानना है कि ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में हाईटेक प्रचार की बजाय ऐसे पारंपरिक प्रचार माध्यम जनता के बीच ज्यादा प्रभाव छोड़ते हैं।
जादूगरों, कठपुतली शो और लोक कलाकारों की बात को ग्रामीण ज्यादा बेहतर तरीके से समझते हैं, इसलिए प्रचार के लिए यह तरीका अपनाया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने गुजरात, महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश से ऐसे जादूगर बुलाए हैं। हालांकि लोक कलाकार पार्टी स्थानीय स्तर के ही बुलाएगी, ताकि उस क्षेत्र की जनता बेहतर कनेक्ट कर सके। चुनाव प्रचार रणनीति बनाने वाले भाजपा नेताओं के मुताबिक ये जादूगर और कलाकार हास्य व व्यंग्यात्मक तरीके से कांग्रेस सरकार के दिनों की याद दिलाएंगे। मौजूदा सरकार की योजनाओं के फायदे भी गिनाएंगे। गांव और कस्बों में हाट बाजारों में ये कलाकार भाजपा के लिए प्रचार करेंगे। गौरतलब है कि भाजपा कार्यालय में पिछले दिनों एक जादूगर को बुलाया गया था। उन्होंने कार्यालय प्रभारी के सामने जादू दिखाया था। भाजपा पदाधिकारियों के मुताबिक जादूगरों का यह प्रचार टिकट तय होने और प्रत्याशियों द्वारा नामांकन भरने के बाद शुरू किया जाएगा। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि कितनी सीटों पर इन प्रचार माध्यमों के जरिए प्रचार होगा, लेकिन ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण परिवेश की सीटों पर इन कलाकारों को भेजने की रणनीति है।
प्रचार का आसान तरीका
जनता तक अपनी बात पहुंचाने के लिए भाजपा जादूगर ही नहीं और भी कई माध्यमों का उपयोग कर रही है। हम नुक्कड़ नाटकों के जरिए अपनी बात जनता तक पहुंचा रहे हैं। पार्टी की ओर से एलईडी वैन भी घूमेगी। सोशल मीडिया के विभिन्न् प्लेटफार्म का इस्तेमाल भी किया जाएगा। जादू काफी पुरानी विधा है जिसके माध्यम से ज्यादा लोगों तक कम समय में आसान तरीके से संदेश पहुंचाया जा सकता है।
विजेश लूणावत, उपाध्यक्ष, मप्र भाजपा