भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर ज्योतिरादित्य सिंधिया से हुए विवाद पर चुप्पी तोड़ते हुए इसे गलत बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई भी विवाद नहीं हुआ है। इसे मीडिया में गलत तरह से पेश किया गया है। आज सुबह से ही मीडिया में सिंधिया और सिंह के बीच तनातनी की खबरें आईं थी। बाद में कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक स्थागति करदी गई। इस बैठक को स्थागित करने की वजह भी दोनों नेताओं में विवाद बताया गया था। जानकारी के अनुसार सिंह ने इस पूरे प्रकरण पर अब ट्वीट कर अपनी सफाई पेश की है। उन्होंने लिखा है कि, 'प्रेस में गलत तरीके से रिपोर्ट की जा रही है कि मेरी और ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के बीच बहस हुई थी और राहुल जी को हस्तक्षेप करना पड़ा। एमपी कांग्रेस में हम सभी एक हैं और एमपी में भ्रष्ट बीजेपी सरकार को हराने के लिए दृढ़ हैं।' मीडिया रिपोर्ट्स को गलत बताते हुए सिंह अब डैमेज कंट्रोल करने की भूमिका में नजर आ रहे हैं। कांग्रेस में आंतरिक कलह जगजाहिर है। यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस से इस तरह की खबरें बाहर आईं हों। कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बनने के साथ ही कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर हो गई थी। जिसका अंजादा अब टिकट वितरण में देरी होने से लगाया जा सकता है। गौरतलब है कि टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया में विवाद हो गया था। जिसका सीधा प्रभाव सीईसी की बैठक पर पड़ा। 230 सीटों में से 190 पर कांग्रेस ने प्रत्याशियों के नाम फाइनल कर लिए हैं। शेष 40 नामों पर आज मंथन होना था। लेकिन विवाद को देखते हुए बैठक शुक्रवार पर टाल दी गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बैठक टलने की बात की पुष्टि नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह की है।