दिल्ली। पाकिस्तान के साथ तनाव और चीन के हिंद महासागर पर बढ़ते प्रभाव के बीच भारत रूस से पनडुब्बियां खरीद रहा है। ये सौदा 300 करोड़ रुपये में हुआ है। 2025 तक भारत को परमाणु पनडुब्बियां मिल जाएंगी। ऐसे में भारत की नौसेना को और भी मजबूती मिलेगी। चलिए जानते हैं कि किस देश की नौसेना कितनी मजबूत है।
रूस-
रूसी नौसेना की स्थापना 1992 में हुई थी। रूस की नौसेना में 1.40 लाख सैनिक हैं। यह आधुनिक हथियारों से लेस है। यह दुनिया की सबसे खतरनाक नौसेना मानी जाती है। माना जाता है कि अपनी परमाणु ले जाने वाली पनडुब्बी से रूसी नौसेना पूरी दुनिया के किसी भी हिस्से में तबाही मचा सकती है।
अमेरिका-
अमेरिका की नौसेना में 1.80 लाख नौसैनिक हैं। ये दुनिया की सबसे बड़ी और ताकतवर नौसेना है। अत्याधुनिक हथियारों से परिपूर्ण इस नौसेना के पास 450 से ज्यादा लड़ाकू जहाज और 3700 से ज्यादा आधुनिक एयरक्राफ्ट हैं। अमेरिकी नौसेना के पास 1700 से 2000 पनडुब्बियां हैं।
भारत-
भारतीय नौसेना में 67 हजार नौसैनिक हैं। 1947 से भारतीय नौसेना का कमांडर-इन-चीफ भारत का राष्ट्रपति ही होता है। भारतीय नौसेना के पास अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित 137 जंगी जहाज और 235 एयरक्राफ्ट हैं, जो समुद्र में किसी भी खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए काफी हैं। हमारी नौसेना दक्षिण एशिया की सबसे ताकतवर सेना है। हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। हमारी नौसेना के पास दो पनडुब्बियां भी हैं, जो रूस से लीज पर ली गई हैं।
चीन-
चीन की नौसेना दुनिया की सबसे तेजी से विकसित होने वाली नौसेना है। जिसे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी कहा जाता है। चीनी नौसेना के पास 73 पनडुब्बियां, 220 पेट्रोल एयरक्राफ्ट, 480 से ज्यादा जहाज और 700 से ज्यादा एयरक्राफ्ट हैं। ये नौसेना भी दुनिया की ताकतवर नौसेना मानी जाती है।
जापान-
जापान की नौसेना भी काफी ताकतवर है। जिसमें 51 हजार नौसैनिक हैं। इसे जापान मरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स कहा जाता है। जापानी नौसेना के पास 150 जहाज, 346 एयरक्राफ्ट, 3 लार्ज लैंडिंग शिप्स और करीब 20 पनडुब्बियां हैं।
ब्रिटेन-
ब्रिटेन की रॉयल नौसेना में 33 हजार नौसैनिक हैं। ये 15वीं सदी से सक्रिय है। इस नौसेना ने कई देशों में ब्रिटिश उपनिवेशों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 20वीं सदी तक ये दुनिया की सबसे ताकतवर सेना थी। और आज भी एक ताकतवर नौसेना है।