नई दिल्ली। दिल्ली के यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन से अक्षरधाम मंदिर की ओर जाने वाले फ्लाईओवर पर रविवार शाम चलती कार में अचानक भीषण आग लग गई। आग इतनी तेज थी कि कार चालक एक बेटी को ही गोद में लेकर बाहर निकल पाए। उनकी पत्नी और दो बेटियों की जलकर मौत हो गई।
सूचना पर पहुंची दमकल की दो गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। इसके बाद शवों को बाहर निकाला गया। मृतकों की पहचान रंजना मिश्रा (34) और बेटियां रिद्धि (5) व निक्की (2) के रूप में हुई है। हादसे में बचे उपेंद्र (36) और तीन वर्षीय बेटी सिद्धि को प्राथमिक उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आशंका है कि शॉर्ट सर्किट या सीएनजी की पाइप में लीकेज से कार में आग लगी। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच के लिए फोरेंसिक टीम भी बुलाई जा रही है। उपेंद्र मिश्रा परिवार के साथ राम पार्क, लोनी, गाजियाबाद में रहते हैं। उपेंद्र कार-24 नामक कंपनी में टैक्सी चलाते हैं।
रविवार दोपहर वह पत्नी और तीन बेटियों को लेकर डटसन-गो कार (टैक्सी) से कालकाजी मंदिर लेकर पहुंचे। कार में सीएनजी किट लगी थी। कालकाजी मंदिर से परिवार सहित घर लौटते समय पत्नी ने अक्षरधाम मंदिर जाने की बात कही। उपेंद्र ने कार शकरपुर चुंगी से अक्षरधाम मंदिर की ओर मोड़ दिया।
कार यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन से आगे जैसे ही रेलवे ओवरब्रिज पर बने फ्लाईओवर पर चढ़ने लगी, उसमें आग गई। उपेंद्र बगल वाली सीट पर बैठी बेटी सिद्धि को लेकर तुरंत बाहर निकले, तभी कार में तेजी से आग फैल गई।
उपेंद्र पत्नी और दो अन्य बेटियों को बाहर नहीं निकाल पाए। जब तक दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंचती, कार पूरी तरह जल चुकी थी। कार के भीतर ही रंजना और उनकी दो बेटियों की मौत हो चुकी थी।