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Thursday, September 19, 2019

केंद्रीय विद्यालय अव्यवस्थाओं का शिकार, प्राचार्य AC में, बच्चे गर्मी में, पीने के पानी की नही ब्यवस्था

करैरा (शिवपुरी) :- तहसील करैरा ने भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल जो ट्रेनिंग सेंटर के नाम से विख्यात है उनके बच्चों व नगर वासियों के बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के उद्देश्य से केंद्रीय विद्यालय संचालित हुआ था, आज वह केंद्रीय विद्यालय अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। केंद्रीय विद्यालय में लगभग 800 बच्चे अध्ययनरत हैं, उनको पढ़ाई की समुचित व्यवस्था नहीं हो पा रही है, ना ही बच्चों को पंखे व पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता हो पा रही है। यहां बच्चों के कमरों में पंखे तो लगे हैं मगर 1 दर्जन से अधिक पंखे बंद पड़े हैं। वहीं दूसरी ओर प्राचार्य कक्ष में एसी जिसकी लगभग लागत ₹40000 है लगवाया गया है, वह भी विंडो एसी है जो 15 से ₹20 हजार में आ जाता है। यहां बच्चों के पानी पीने के लिए 20 कैंपर मंगवाए जाते हैं वह भी दोपहर 12:00 बजे के बाद! जब केंद्रीय विद्यालय प्रातः 7:00 बजे संचालित होता है तो पीने का पानी के कैंपर भी प्रातः 7:00 बजे से 8:00 बजे तक उपलब्ध होना चाहिए। यह सब रही व्यवस्थाओं की बात, अब केंद्रीय विद्यालय में पढ़ाई के स्तर को ही ले लें। यहां प्राइमरी टीचर के कई पद रिक्त होने के बावजूद भी गेस्ट फैकल्टी के टीचर नहीं रखी जा रहे हैं, जबकि शिक्षा के अधिकार कानून में व्यवस्था की गई है की छात्रों को समुचित शिक्षण देने के लिए पर्याप्त शिक्षक होना आवश्यक है। यहां पीआरटी का काम योग शिक्षक से कराया जा रहा है और कहते हैं कि बजट नहीं है। विद्यालय में काउंसलर के पद पर संगीता मिश्रा नियुक्त थी उनको भी हटा दिया गया है। जो बच्चों में काउंसलिंग का काम करती थी और प्रत्येक बच्चे की समस्याओं का निदान करती थी। यह काउंसलर की व्यवस्था शासन ने केंद्रीय विद्यालयों में की है। यहां कमरों में प्रोजेक्टर तो लगे हुए हैं लेकिन एक दर्जन प्रोजेक्टर बंद पड़े हुए हैं। कक्षा 6 में विज्ञान शिक्षक जो नियमित कक्षाएं लेना चाहिए परंतु प्राचार्य द्वारा 3 शिक्षकों को दो-दो दिन पढ़ाने के लिए नियुक्त कर रखा है, उससे शिक्षक अपनी जवाबदारी नहीं समझ रहे हैं और ना ही कॉपी चेक करते हैं, ना ही कोर्स पूरा हो पा रहा है। विज्ञान शिक्षक एक क्लास का एक ही होना चाहिए जबकि यहां 3 -3 शिक्षक कक्षा 6 b में पढ़ा रहे हैं। दूसरी तरफ गणित का पीजीटी तथा पीआरटी के शिक्षक नहीं होने पर भी अतिरिक्त व्यवस्था विद्यालय प्रबंधन द्वारा नहीं की जा रही है। यहां उल्लेखनीय है भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल कैंपस में संचालित केंद्रीय विद्यालय की दूसरी बिल्डिंग भी बनकर तैयार है परंतु विद्यालय प्रबंधन कुछ कमी निकाल कर विद्यालय शिफ्ट नहीं कर रहा है। जबकि भवन बनकर तैयार खड़ा हुआ है, यदि नए भवन में विद्यालय लगने लगे तो बच्चों को बैठने की पर्याप्त व्यवस्था व पंखे आदि की सुविधा युक्त भवन मिल सकेगा। ईस केंद्रीय विद्यालय के चेयरमैन भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के उपमहानिरीक्षक श्री भंवर सिंह है। पालकों ने भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्री को पत्र लिखकर केंद्रीय विद्यालय करेरा की व्यवस्थाएं सुधारने की मांग की है व छात्रों को मूलभूत सुविधाएं पेयजल विद्युत व्यवस्था बैठने की व्यवस्था आदि की मांग की है। तथा आरटीई के अंतर्गत अध्ययन कर रहे छात्र छात्राओं को विगत कई वर्षों से राशि नही दी गई है। वह राशि भी दिलाने की मांग की है जिससे गरीब बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा न आ सके।