भोपाल. मध्य प्रदेश में शुक्रवार की आधी रात से लोगों पर महंगाई की मार पड़ने वाली है. यह इसलिए क्योंकि राज्य की कांग्रेस सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी कर दी है. सरकार ने न सिर्फ ईंधन के दाम में, बल्कि शराब की दरें भी बढ़ा दी हैं. कमलनाथ सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली वैट दरों में पांच फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. वहीं, शराब पर वैट की दरें 10 फीसदी तक बढ़ाई गई हैं. एमपी में सरकार का खाली खजाना भरने के लिए बढ़ाई गई इन दरों के तहत पेट्रोल पर जहां वैट दरों को 28 से बढ़ाकर 33 फीसदी किया गया है. वहीं डीजल पर लोगों को अब 18 फीसदी की जगह 23 फीसदी वैट देना होगा. इसके अलावा शराब पर अब तक सिर्फ 5 फीसदी वैट लगता था, जो अब 10 प्रतिशत हो जाएगा.
महंगाई की मार:-
मध्य प्रदेश सरकार का खाली खजाना भरने के लिए पेट्रोल और डीजल (Petrol-Diesel Price Hike) के दामों में की गई इस बढ़ोतरी का सीधा असर आम लोगों पर पड़ेगा. पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता पर पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों का असर सीधे तौर पर पड़ेगा. लोगों को एक तरफ जहां निजी वाहनों के लिए बढ़ी दरों पर पेट्रोल खरीदना होगा, वहीं, डीजल के दाम बढ़ने का असर बाजार पर भी दिखेगा. मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक पेट्रोल-डीजल और शराब पर बढ़ाई गई वैट की दरें शुक्रवार की रात 12 बजे से ही लागू हो जाएंगी.
जबलपुर में 82 रुपए मिलेगा पेट्रोल:-
एमपी सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल पर वैट दरें बढ़ाने का असर प्रदेश के सभी शहरों पर पड़ेगा. भोपाल में 20 सितंबर को पेट्रोल जहां 78.24 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है, रात 12 बजे के बाद इसके दाम बढ़ जाएंगे. जबलपुर में भी शुक्रवार आधी रात से पेट्रोल और डीजल की बढ़ी दरें तय कर दी गई हैं. जबलपुर में 5 प्रतिशत वैट बढ़ने के बाद पेट्रोल के दाम करीब 82 रुपए और डीजल के दाम करीब 73 रुपए प्रति लीटर हो जाएंगे.
सरकार की आमदनी बढ़ेगी:-
प्रदेश में पेट्रोल-डीजल और शराब पर वैट की दरें बढ़ाने से आम उपभोक्ताओं को भले महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी, लेकिन एमपी सरकार का खाली खजाना इस कदम से जरूर भरेगा. पेट्रोल-डीजल पर पांच फीसदी और शराब पर 10 फीसदी वैट दरें बढ़ाने से राज्य सरकार को हर महीने सवा दो सौ करोड़ की आमदनी होगी. सरकार के फैसले के मुताबिक पेट्रोल पर जहां पहले से लग रही वैट दरों को 28 से बढ़ाकर 33 फीसदी किया गया है, वहीं डीजल पर अब सरकार 18 की बजाय 23 फीसदी वैट वसूलेगी.