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Saturday, September 28, 2019

बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि जगाने के लिए स्कूल को दी ट्रेन की शक्ल: नाम रखा खजरी जंक्शन:- देखे VIDEO

डिंडौरी. आदिवासी जिले डिंडौरी के सरकारी स्कूल में बच्चों की घटती संख्या से चिंतित वहां की प्रधान अध्यापिका ने अनोखा तरीका अपनाया और स्कूल को ही रेल की शक्ल दे डाली। उसका नाम भी गांव के नाम पर खजरी जंक्शन और कक्षाओं को अलग-अलग एक्सप्रेस बना डाला। उन्होंने ये सब विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने और पढ़ाई के प्रति रुचि जगाने के लिए किया है।
डिंडौरी जिले के अमरपुर विकासखंड में पहाड़ियों के बीच बसेखजरी गांव में स्थित है खजरी स्कूल। यहां की प्रधान अध्यापक संतोष उइके ने कई साल पुराने शासकीय माध्यमिक स्कूल को एजुकेशन एक्सप्रेस के रूप में तब्दील करने की ठानी। उन्होंने गूगल पर जाकर ट्रेन की बोगियों, इंजन और ट्रेन को देखा। इसके बाद रंग मंगवाकर उन्होंने हूबहू पेंट करा दिया।
स्कूल नहीं एजुकेशन जंक्शन : पेंट करते समय उन्होंने खजरी माध्यमिक स्कूल एजुकेशन एक्सप्रेस और बोगियों को अलग-अलग कक्षों के नाम रखे हैं। इसमें भोजन कक्ष, अन्नपूर्णा कक्ष। इससे बच्चों की रुचि बढ़ी है और उनका पढ़ाई में मन भी लगता है। इससे बच्चों केअभिभावक भी खुश हैं।स्कूल में बच्चों की संख्या 6वीं 7वीं और 8वीं में बढ़कर 96 हो गई है। तीन शिक्षक इस स्कूल ट्रेन पर सफर करते हुए बच्चों में शिक्षा का अलख जगा रहे हैं।
स्कूल में बढ़ गई बच्चों की संख्या : दरअसल, स्कूल की प्रधान अध्यापिका संतोष उइके को स्कूल में बच्चो की दर्ज कम संख्या में सुधार करने और पढ़ाई के प्रति रुचि जगाने के लिए मन में ठानी। इसी दौरान उन्होंने साथी शिक्षकों से चर्चा की तो मन में आया कि स्कूल को क्यों ना ट्रेन की शक्ल दे दी जाए। जिससे स्कूल सुंदर और आकर्षक लगे, साथ ही बच्चों की रुचि भी बढ़ जाएगी। अब स्कूल में प्रवेश के लिए दूसरे गांवों के बच्चे भी आ रहे हैं और देखने के लिए लोग स्कूल के बाहर जुटते हैं।
प्रधाना अध्यापिका संतोष उइके ने बताया कि स्कूल के विकास और बच्चों को ज्यादा से ज्यादा प्रवेश के लिए उन्होंने ये तरीका अपनाया है। इससे बच्चों की रुचि भी बढ़ेगी और हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है।