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Sunday, September 15, 2019

सिकंदरा RTO बैरियर पर हो रही अवैध बसूली प्रशासन क्यो है मौन....? हाइवे पर रहते है जाम जैसे हालात

शिवपुरी। करैरा अनुविभाग के दिनारा क्षेत्र में सिकंदरा बैरियर पर अवैध बसूली का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है यहाँ आए दिन वाहन चालकों के साथ गाली गलौज के साथ मारपीट की घटना आम बात हो गई है वहाँ पर मौजूद परिवहन कर्मियों व प्राइवेट कटरों द्वारा ट्रक चालकों से खुले-आम अवैध बसूली की जा रही है। लेकिन धनबल के दम पर इनपर कोई कार्यवाही नही की जा रही है। और वहां चालक परेशान बने हुए है। इसके अलावा आमजन को भी यहां से निकलने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि हाइवे पर यहां खड़े वाहनों के कारण जाम जैसे हालात बने रहते है। दिनांक 01 से लेकर 10 तारीख तक जाम की स्थिति ज्यादा रहती है।
प्राइवेट लोगो के इशारे पर निकल रहे अवैध वाहन:-
सिकंदरा बैरियर पर मौजूद कर्मचारियों से कई प्राइवेट लोग अपने अपने सम्पर्क बनाये हुए है और वह प्राइवेट लोग इन ट्रक चालकों से अवैध बसूली कर मौजूद कर्मचारियों को वाहन का नम्बर बताकर आसानी से निकलवा देते है और यदि कोई वाहन चालक इन प्राइवेट लोगो के सम्पर्क में नही आता तो उसको दिनभर खड़ा कर मौजूद कर्मचारियों द्वारा रात में पैसे लेकर निकाल दिया जाता है।
मौके पर नही रहते बैरियर प्रभारी:-
सिकंदरा बैरियर के प्रभारी महीने में केवल दो चार दिन ही बेरियर पर रहते है बकाया यहाँ की जिम्मेदारी कर्मचारियों व कटरों पर निर्भर है जो केबल बसूली करते नजर आते।
हाइवे पर लगा रहता घण्टो जाम:-

अवैध वसूली के चलते सिकंदरा बैरियर के सामने हाइवे पर वाहन की लंबी कतार सड़क पर लगी रहती है जो कभी भी देखी जा सकती है। जिससे वहाँ से निकले में चार पहिया व दो पहिया वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
शिकायत कर्ताओ को धनबल से कर लिया जाता मेनेज:-
सिकंदरा बैरियर बंद होने के बाद जब दोबारा चालू हुआ तो कई दिनों तक यहाँ विवाद चलता रहा लोगो ने स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला कलेक्टर तक शिकायते की शिकायतों के बाद धनबल के सहारे शिकायतकर्ताओ को भी सन्तुष्ट कर दिया गया तब से लेकर आज तक अवैध बसूली का सिलसिला बदस्तूर जारी बना हुआ है।
पैसे न देने पर खाली ट्रकों को दिन भर रखते हैं खड़े:-
ट्रक चालको ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गाड़ी के सभी कागजात पूरे होने के बाद भी 1 हजार से पांच हजार रुपये तक की मांग की जाती है और अगर पूछते हैं कि किस बात का पैसा दे तो वहाँ पर मौजद कर्मचारियों गाली गलौज कर मारपीट करने को तैयार हो जाते है में सुबह खाली गाड़ी लेकर आठ बजे आ गया था तब से अभी शाम के 5 बज गए खड़ा किये है तीन हजार रुपए मांग रहे है।