Breaking

Tuesday, October 15, 2019

कमलनाथ सरकार पर भारी रेत माफियाओं ने अधिकारियों की रेकी कर निकाला 'खनन' का तरीका, ऐसे काम करता है रैकेट

सीहोर. मध्‍य प्रदेश के सीहोर जिले में रेत माफियाओं पर कमलनाथ सरकार और जिला प्रशासन की तमाम कोशिशों के वाबजूद नकेल नहीं कस पा रही है. इसका ताजा उदाहरण उस समय देखने में आया जब सोशल मीडिया पर एक ऐसा ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें रेत माफिया का एक पूरा रैकेट जिला प्रशासन के अधिकारियों की रेकी करता नजर आया.
सीएम की सख्ती के बाद सक्रिय हुआ प्रशासन:-
मुख्‍यमंत्री कमलनाथ की सख्ती के कारण जिला प्रशासन जिले के नर्मदा घाटों पर अवैध रेत के खनन के विरुद्ध लगातार एसडीएम और तहसीलदार से निगरानी कर मौके पर अवैध रेत का परिवहन कर रहे वाहनों की जब्ती कर रहे हैं. हालांकि प्रशासन की इस सख्ती का रेत माफियाओं ने एक चोर दरवाजा खोज लिया है, जिसमें एक बड़ा रैकेट लगातार दिन-रात राजस्व और पुलिस के अधिकारिओं की रेकी कर यह तय करता है कि किस रास्ते से अवैध रेत के वाहनों की आवाजाही करवानी है.
कैसे होती है रेकी:-
नर्मदा के घाटों से रेत का अवैध खनन लगातार जारी है. इस गोरखधंधे को लेकर ही रेत माफिया ने अपना खुद का एक नेटवर्क तैयार किया है, जो लगातार सरकारी अफसरों के वाहन के आगे पीछे चल कर घाटों तक मोबाइल के माध्यम से पल-पल की जानकारी अपने आकाओं को देता है. इसके बाद तय होता है कि किस रास्ते से अवैध रेत के वाहनों की आवाजाही करवानी है.
पुलिस ने उठाया ये कदम:-
बहरहाल, इस मामले में जिला कलेक्टर अजय गुप्ता ने जांच के लिए एक दल गठित किया है, जो मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करेगा.