शिवपुरी।परिवहन विभाग शिवपुरी के कार्य क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सीमा परिवहन चेक पोस्ट सिकंदरा और खरई पड़ोरा पर प्रभारियों को खुला संरक्षण जिला परिवहन अधिकारी ने दे रखा है ओर मैडम को मंत्री से लेकर आला अधिकारियों की खुली छूट है कि जो करना है करो कोई भी कुछ नहीं करेगा इसीलिए सबके सामने दबंगई से प्रभारियों द्वारा चेक पोस्ट पर लूट मचा रखी है। सूत्रों की माने तो इस लुटे हुए धन का बंदरबांट सभी नेता और मंत्रियों तक भेंट स्वरुप भेजा जाता है। इसी का कारण है कि किसी भी शिकायत पर कार्यवाही नहीं होती।
परिवहन कार्यालय में दलालो से बसूले हुए धन से चलता है परिवहन अधिकारी के घर का खर्च दलालो को अपने कार्यालय में बंद न करना व कार्य के लिये उनको प्राथमिकता देना इसी बात को सिद्ध करता है। लगता है शायद जिला परिवहन अधिकारी को सरकार द्वारा कोई वेतन नहीं दी जाती इसीलिए इन्होंने अपने घर का खर्च चलाने के लिए दलालो को लूट की खुली छूट दे रखी है। जो अधिकारी अपने कार्यालय में दलालो को रेट लिस्ट खुद देता हो और दिनभर लुटाई मचीं रहती हो उससे क्या सुशाशन की अपेक्षा सरकार करेगी।
इतना संरक्षण आखिर क्यों..?
बरिष्ठ मंत्री और अधिकारियों द्वारा क्यों सोसल मीडिया पर इतने गम्भीर मुद्दा शिवपुरी की सीमा पर सुरक्षा में लापरबाही को लेकर लगातार पत्रकारों और आमजन द्वारा सेकड़ो बार शिकायते भी की जा रही है लेकिन फिर भी सक्रिय नही जिम्मेदार अधिकारी अगर किसी दिन कोई अप्रिय घटना घटती है उसकी पूरी जिम्मेदारी परिवहन अधिकारी शिवपुरी की होगी। ओर फिर यह नेता और अधिकारी इनको बचने लीपापोती में लग जाएंगे।
होनी चाहिये लोकायुक्त जांच:-
यदि सिकन्दरा व खरई चेकपोस्ट प्रभारियों सहित जिला परिवहन अधिकारी की संपत्ति की जांच सहायक आयुक्त आलोक खरे की तरह एकसाथ कई ठिकानों पर छापा मार कर लोकायुक्त करे तो उनके पास तो 150 करोड़ की काली कमाई निकली है इनके तीनों के पास इससे भी अधिक संपत्ति मिलेगी, जो इन्होंने भ्रष्टाचार कर आये से अधिक संपत्ति अर्जित की है। छापे में इन धनकुबेरों की पोल खुल जाएगी।