सतना. चित्रकूट की वादियां अभी शांत नहीं हुई हैं. बबली कोल गिरोह के खा़त्मे के बाद अब दस्यु सुंदरी साधना पटेल गैंग लोगों को बेचैन कर रहा है. वो अपने प्रेमी ज्ञानेंद्र के साथ नयी गैंग बनाकर दो राज्यों की पुलिस को चकमा दे रही है.
5 दशक से आतंक:-
उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के सीमाई इलाके में पिछले पांच दशक से डकैतों का आतंक रहा.एक के बाद एक कई डकैत गिरोह हुए. हाल ही में डकैत बबली कोल गैंग का ख़ात्मा हुआ. लग रहा था कि अब तराई में अमन चैन रहेगा. मगर दस्यु सुंदरी साधना पटेल की मौजूदगी ने लोगों को बेचैन कर दिया है.
साधना गिरोह का डर:-
सतना के नज़दीक पाठा के जंगल में अभी भी दो गैंग मौजूद हैं. गौरी यादव गैंग ने उत्तरप्रदेश के जंगली इलाकों में दहशत फैला कर एक माह से चुप्पी साध रखी है. लेकिन दो राज्यो की सीमा में दस्यु सुंदरी साधना पटेल का खौफ बरकरार है. दोनो गैंग अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.सात लाख का इनामी डकैत बबली और उसका साथी लवलेश मारे जा चुके हैं.सोहन ,सुरेश ,राजाभैया उत्तरप्रदेश पुलिस के हत्थे चढ़ गए जबकि लाली सतना पुलिस की गिरफ़्त में हैं.मगर साधना पटेल आज़ाद है जो कभी भी कोई बड़ी वारदात को अंजाम दे सकती है. पुलिस को उसकी तलाश है. लेकिन मगर दस्यु सुंदरी अपने प्रेमी ज्ञानेन्द्र के साथ भूमिगत हो चुकी है.
50 हज़ार का इनाम:-
साधना पटेल की गिरफ़्तारी पर 50 हजार का इनाम घोषित है. वो अपने प्रेमी ज्ञानेंद्र के साथ नई गैंग बनाकर दो राज्यों की पुलिस को चकमा दे रही और कई बार दहशत फैला चुकी है. उस पर एक दर्जन से ज्यादा लूट और अपहरण के मामले दर्ज हैं. उस पर यूपी पुलिस ने 30 हजार और एमपी पुलिस ने 20 हजार का इनाम घोषित कर रखा है.
सतना पुलिस का दावा:-
सतना पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल का दावा है कि तराई में अब कोई हिस्ट्री शीटर गिरोह नहीं है. साधना और गौरी यादव गिरोह भूमिगत हैं.तराई में अब अमन चैन है और जल्द साधना और गौरी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. जंगल के सीमाई इलाकों में बसे लोगों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाएगी और स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.