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Sunday, September 15, 2019

बालाकोट का सच : ये 4 झूठ बोलकर दुनिया के सामने बेनकाब हुआ पाकिस्तान

पाकिस्तान। आजकल प्रोपोगैंडा विडियो बनाकर दुनिया के सामने भारत की छवि बिगाड़ने की कोशिश में लगा हुआ है. हालांकि ऐसा करने के दौरान वह ऐसी कई बड़ी गलतियां भी कर रहा है जिसके कारण वह खुद दुनिया के सामने बेनकाब हो रहा है. पाकिस्तान ने सरगोधा एयरबेस पर 27 फ़रवरी ऑपरेशन स्फ्वट रेट्रोट के नाम से एक मेमोरियल बनाया है. इस मेमोरियल के जरिए पता चल जाता है कि पाकिस्तान ने एयरस्ट्राइक के दौरान दुनिया के सामने कौन-कौन से चार झूठ बोले हैं....
पाकिस्तान का झूठ नंबर -1
पाकिस्तान ने कहा था कि भारत की ओर से की गई एयर स्ट्राइक के बाद भारत में घुसने के लिए पाकिस्तान ने F-16 लड़ाकू विमान का इस्तेमाल नहीं किया था जबकि मेमोरियल में लिखा है कि भारतीय वायुसेना के विमानों को F-16 ने मार गिराया.
पाकिस्तान का झूठ नंबर -2
पाकिस्तान ने कहा था कि उसने एमरॉम बीवीआर मिसाइल का इस्तेमाल नहीं किया था जबकि मेमोरियल के पत्थर पर लिखा गया है कि AIM-120 AMRAAM BVR मिसाइल का इस्तेमाल किया गया.
पाकिस्तान का झूठ नंबर -3
पाकिस्तान ने 8 मिनट 13 सेकेंड का एक विडियो उस आपरेशन का जारी किया गया है, जिसमें ज़्यादातर विडियो या तो गूगल से लिया गया है या फिर यू ट्यूब से उठाया गया है.
पाकिस्तान का झूठ नंबर -4
मेमोरियल पर पाकिस्तान के एयर वॉरयर के नाम लिखे गए हैं लेकिन जिन दो पायलट के विमान को अभिनंदन ने मार गिराया था, उनका ज़िक्र तक नहीं किया गया है.
बालाकोट में भारतीय वायुसेना की ओर से की गई एयर स्ट्राइक के बाद विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तान के अमेरिकी लड़ाकू विमान F-16 को मार गिराया था. हालांकि हमेशा से ही पाकिस्तान F-16 के इस्तेमाल को नकारता रहा था.
पाकिस्तान ये दावा कर रहा था की उसने चीनी फाइटर जे एफ-17 का इस्तेमाल भारत पर हमले के लिए किया था. लेकिन जब भारत ने F-16 से फायर किए गए एमरॉम मिसाइल के टुकड़े दिखाए तो उसके सुर बदल गए. क्योंकि सारी दुनिया जानती है की पाकिस्तान में सिर्फ एक ही ऐसा एयरक्राफ़्ट है जो इस भारी भरकम मिसाइल को लेकर उड़ सकता है और उसका इस्तेमाल कर सकता है.
इस मेमोरियल में बाकायदा दो डमी टेल भी लगाए गए हैं:-
हाल ही में पाकिस्तान के सरगोधा एयरबेस पर 27 फ़रवरी ऑपरेशन स्फ्वट रेट्रोट के नाम से एक मेमोरियल बनाया है. इसमें उन पाकिस्तानी एयरफोर्स के पायलटों और अधिकारियों के नाम गोदे गए हैं जो कि उस ऑपरेशन में शामिल थे लेकिन जो दो पायलट अभिनंदन के मिग 21 का निशाना बने थे, उनका नामो निशान नहीं है. इस मेमोरियल में बाकायदा दो डमी टेल भी लगाए गए हैं, जिन्हे भारतीय वायुसेना के मिग 21 बाइसन और सुखोई 30 का बताया गया है. इस दोनों टेल के नीचे पाकिस्तान के झूठ में एफ-16 और एमरॉम का सच लिख डाला.
गौरतलब है कि अमेरिका ने पाकिस्तान को इस शर्त पर F-16 बेचे थे की वो इनका इस्तेमाल सिर्फ आतंकी गतिविधियों के खिलाफ करेंगे और किसी देश के खिलाफ इसका इस्तेमाल हुआ तो वो करार का उलंघन होगा. पाकिस्तान ने अपनी नापाक हरकत से उस करार को भी तोड़ा है. पाकिस्तान ने इस दौरान 8 मिनट 13 सेकेंड का एक विडियो भी जारी किया है. इस वीडियो में भी F-16 उड़ते हुए दिखाया गया है. इस पूरे विडियो में जो भी क्लिप लगाई गई है वो या तो पाक एयरफोर्स के ट्रेनिग के इंटरनल विडियो है या फिर गूगल यूट्यूब से उठाए गए हैं.