नालंदा/(बिहार)। जिले के दल्लू बिगहा गांव में हुए विवाद को सुलझाकर लौट रही पुलिस टीम (Police Team) पर हिलसा-चिकसौरा मार्ग में स्थित रेड़ी गांव के पास ग्रामीणों ने हमला कर दिया. हिलसा (Hilsa) थाना क्षेत्र में हुई इस घटना में ग्रामीणों ने डीएसपी (DySP) की गाड़ी पर जमकर रोड़ेबाजी की. इससे हिलसा डीएसपी मो. इम्तियाज अहमद के साथ उनका ड्राइवर मनोज कुमार जख्मी हो गए. ग्रामीणों की रोड़ेबाजी (Stone Pelting) में डीएसपी का सरकारी वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया. घटना के बाद ड्राइवर मनोज के बयान पर 10 नामजद और 100 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. वहीं, एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
मूर्ति विसर्जन में हुआ था विवाद:-
जानकारी के अनुसार, चिकसौरा थाना क्षेत्र के दल्लू बिगहा गांव में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था. डीएसपी इम्तियाज अहमद और उनकी टीम इसी विवाद को सुलझाने गई थी. विवाद सुलझाने के बाद पुलिस टीम देर रात वहां से लौट रही थी. रास्ते में रेड़ी गांव के पास ग्रामीणों की भीड़ देखकर ड्राइवर ने गाड़ी की रफ्तार धीमी की. गाड़ी धीमी होते ही कुछ लोगों ने पुलिस-पुलिस का शोर मचाया और इसके साथ ही भीड़ ने पुलिस टीम पर रोड़े बरसाना शुरू कर दिया. इधर, ग्रामीणों ने बताया कि विसर्जन जुलूस के दौरान गांव के कुछ युवक रेड़ी पुल के पास नाच रहे थे. इसी दौरान पुलिस की गाड़ी वहां पहुंची. ड्राइवर ने हॉर्न बजाया, पर युवकों ने आवाज नहीं सुनी. इस पर कुछ पुलिसवालों ने युवकों को धक्का देकर रास्ता खाली करवाया, जिसको लेकर उनमें नाराजगी थी. ग्रामीणों के मुताबिक इन युवकों ने गांव वालों को पुलिस के खिलाफ भड़काया, जिसके बाद यह घटना हुई.
चालक की सूझ-बूझ से टला हादसा:-
रोड़ेबाजी होते ही ड्राइवर ने गाड़ी फौरन पीछे ली और करीब दो किलोमीटर तक वह गाड़ी को रिवर्स गियर में ही चलाता रहा. इस दौरान उग्र भीड़ लगातार पथराव करती रही. आखिरकार भीड़ से बचाकर ड्राइवर ने किसी तरह गाड़ी घुमाई और चिकसौरा थाना पहुंचा. ड्राइवर की सूझ-बूझ से डीएसपी और उनके साथ चल रही पुलिस टीम के साथ बड़ा हादसा होने से बच गया. इधर, डीएसपी पर हमले की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. डीएसपी और उनके ड्राइवर को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को छुट्टी दे दी गई.
घटना के बाद पुलिस ने पूरे गांव में की छापेमारी
डीएसपी और उनकी टीम पर ग्रामीणों के हमले से गुस्साई पुलिस ने देर रात रेड़ी गांव में छापा मारा. पुलिस की संभावित दबिश से गांव के अधिकतर पुरुष फरार हो गए थे. छापेमारी में शामिल कई थानों की पुलिस ने गांव के हर घर में जाकर आरोपियों की तलाश की. कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस ने नामजद आरोपी विनय राम को धर-दबोचा. थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने बताया कि ड्राइवर के बयान के आधार पर 10 नामजद और 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है.