नई दिल्ली। धरती पर चीनी के कई प्राकृतिक स्त्रोत है। मगर अंतरिक्ष में भी चीनी का ढेर पाया गया है। इस बात का खुलासा खुद नासा के वैज्ञानिकों ने किया है। दरअसल दो उल्कापिंडों पर चीनी के स्त्रोत मिले हैं। वहां चीनी राइबोस के रासायनिक रूप में हैं।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा, एरिजोना यूनिवर्सिटी और जापान के वैज्ञानिकों ने दो अलग-अलग उल्कापिंडों (Meteorites) पर शक्कर की खोज की है। इससे जुड़ी रिपोर्ट नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में 18 नवंबर को प्रकाशित की गई है। नासा, यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना और जापान के वैज्ञानिकों के दोनों उल्कापिंडों की रासायनिक जांच में राइबोस मिले हैं। यह शक्कर का एक रासायनिक रूप है जिसकी मदद से RNA (Ribonucleic Acid) बनता है।
उल्कापिंडों पर मौजूद चीनी के स्त्रोतों की खोज नासा के अंतरिक्ष यान ओसिरिस-रेक्स (OSIRIS-REx) ने की है। वह उल्कापिंडों का अध्ययन करने के लिए अंतरिक्ष में उड़ान भर रहा था। तभी एस्टेरॉयड बेनू (छोटा तारा) मिला। जिसके अध्ययन में पाया गया कि इससे टूटकर दो उल्कापिंड अलग हुए हैं। जिनका नाम एनडब्ल्यूए-801 और मर्चिसन हैं। इन्हीं दो उल्कापिंडों में चीनी मिली है।