भोपाल। पवई से भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी के मामले में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने शुक्रवार को सुबह विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति से मुलाकात की। गोपाल भार्गव ने इस मुलाकात में भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी की विधानसभा से सदस्यता बहाल करने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि हाईकोर्ट के आदेश का पालन कर लोधी के अधिकार बहाल किया जाए।
बार-बार विधानसभा अध्यक्ष से समय मांगने के बावजूद भी समय नहीं मिलने के बाद नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव शुक्रवार को अचानक उनके आवास पर मिलने पहुंच गए। दोनों में काफी देर तक प्रहलाद लोधी की सदस्यता पर चर्चा हुई। हालांकि बाद में दोनों ने मीडिया से चर्चा भी की। गोपाल भार्गव ने कहा कि उन्होंने लोधी की सदस्यता बवाल करने की मांग की, जबकि कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल पाया।
क्या बोले विधानसभा अध्यक्ष:-
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मैं संविधान के दायरे में काम करता हूं। स्टे मिलने से सदस्यता बहाल नहीं हो जाती। मेरे ऊपर आरोप लगाने से दुखी हूं, सभी विधायक मेरे लिए एक समान हैं।
भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी की विधानसभा से सदस्यता बहाल करने की मांग को लेकर प्रदेश में राजनीति गर्माई हुई है। कांग्रेस सरकार की तरफ से जहां एक तरफ लोधी की सदस्यता को रद्द करने को सही ठहराया जा रहा है, वहीं प्रमुख विपक्षी दल भाजपा इसे असंवैधानिक बता रहा है। विपक्ष का कहना है कि हाल ही में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के आदेश के तहत लोधी की सदस्यता को बहाल करना चाहिए।
गोपाल भार्गव ने दी चेतावनी:-
इससे पहले गुरुवार को गोपाल भार्गव ने कहा था कि इस संबंध में वे विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति और राज्यपाल लालजी टंडन से शुक्रवार को मुलाकात करने वाले हैं। उन्होंने चेतावनी भी दी कि यदि हाईकोर्ट के आदेश का पालन कर लोधी के अधिकार बहाल नहीं किए जाते हैं तो भारतीय जनता पार्टी के 108 विधायक विधानसभा के दरवाजे बंद कर देंगे।
और क्या बोले भार्गव:-
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मीडिया से कहा कि जो अधिकार राज्यपाल का है, उस आधार पर स्पीकर प्रहलाद लोधी के साथ अन्याय कर रहे हैं। ये पूर्ण रूप से राजनीतिक लाभ पहुंचाने का मामला है।