दतिया. मध्यप्रदेश में गंदगी को लेकर प्रशासन सख्त हो गया है। ग्वालियर में जहां कमलनाथ सरकार के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर लगातार साफ-सफाई करते नजर आ रहे हैं तो प्रशासन से सफाई को लेकर अपील कर रहे हैं। वहीं, अब प्रशासन भी इस मामले में सख्त हो गया है। शनिवार सुबह दतिया कलेक्टर बीएस जामोद, पीतांबरा शक्तिपीठ पहुंचे। यहां उन्हें चारो तरफ गंदगी दिखाई दी। गंदगी देख कलेक्टर भड़क गए और उन्होंने नगर पालिका अध्यक्ष से ही पत्तल उठवाए और गंदगी साफ कराई।
इस दौरान कलेक्टर ने व्यापारियों पर जुर्माना लगाया। दरअसल, कलेक्टर बीएस जामोद शनिवार को पीतांबरा शक्तिपीठ पहुंचे यहां उन्होंने भंडारे के जूठे पत्तल और दोना देखकर नाराजगी जताई। इस दौरान वहां नगरपालिका अध्यक्ष भी भंडारा कर रहे थे और वहां गंदगी देख कलेक्टर ने नगरपालिका अध्यक्ष से भी पत्तल उठवाए। इस दौरान कलेक्टर ने नगर पालिका अध्यक्ष को फटकार भी लगाई।
नगर पालिका अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल शनिवार को शक्तिपीठ में भंडारा दे रहे थे। इस दौरान उनके भंडारे पर भोजन कर रहे लोग खाने के बाद सड़क पर पत्तल फेंक रहे थे। जिसके बाद कलेक्टर नगर पालिका अध्यक्ष के पास पहुंचे और उनसे पत्तल उठाने को कहा। जिसके बाद नगर पालिका अध्यक्ष ने खुद सड़क पर पड़े पत्तल उठाए। परिचय होने के बाद कलेक्टर ने नगर पालिका अध्यक्ष को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर आप ही साफ-सफाई नहीं रखेंगे तो बाकि लोग क्या करेंगे।
व्यापारियों पर जुर्माना भी लगाया:-
कलेक्टर ने पहली बार गंदगी को लेकर व्यापरियों पर जुर्माना भी लगाया। कलेक्टर ने6 व्यापरियों पर 2-2 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया। वहीं, एक अन्य भंडारा आयोजक ने गंदगी साफ करने को लेकर कलेक्टर से बहस की तो कलेक्टर ने आयोजक के खिलाफ धारा 151 के तहत कार्रवाई की।
कार्रवाई के निर्देश:-
कलेक्टर ने तहसीलदार को निर्देशित किया कि भंडारा ठेकेदार को भी कार्रवाई की जाए। तहसीलदार ने कार्रवाई करते हुए ठेकेदारों के पास के 4 सिलेंडर जब्त किए और दो लोगों को गिरफ्तार किया।