पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी से एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जिससे हर कोई पति-पत्नी और प्यार के रिश्ते से तौबा कर ले। एक खूबसूरत और खुशहाल कहानी का कितना दर्दनाक अंजाम हो सकता है और कुछ छोटे झगड़े कितना भयावह रूप ले सकते हैं यह दिल्ली की इस घटना से साफ पता चलता है। तस्वीरों में जानें क्या है ये घटना जो किसी का भी इंसानियत से भरोसा उठा सकती है...पश्चिम दिल्ली के जनकपुरी इलाके में नवविवाहिता की गोली मारकर हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने मृतका नैंसी (20) के पति साहिल चोपड़ा (21), उसके कर्मचारी शुभम (24) और रिश्तेदार गांव घरौंदा, करनाल निवासी शुभम (26) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मंगलवार को आरोपियों की निशानदेही पर पानीपत रिफाइनरी के पास ददलाना गांव की झाड़ियों से नैंसी की सड़ी-गली लाश भी बरामद कर ली।बुधवार को पानीपत के सिविल अस्पताल में नैंसी का पोस्टमार्टम कराकर शव परिवार को सौंप दिया गया। साहिल ने पूछताछ में खुलासा किया है कि रोज-रोज के झगड़े से तंग आकर उसने नैंसी के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उसका शव ठिकाने लगा दिया। इन आरोपियों को द्वारका कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।पुलिस के मुताबिक नैंसी अपने परिवार के साथ हरी नगर में रहती थी। इसकी मुलाकात पुरानी कारों का कारोबार करने वाले साहिल से हुई। दोनों की दोस्ती प्यार में बदली। बाद में घर वालों की मर्जी से दोनों ने 27 मार्च 2019 को शादी कर ली। साहिल परिवार के साथ बी-1, जनकपुरी में रहता था। शादी के कुछ ही समय बाद दोनों के बीच अनबन रहने लगी। आरोप है कि साहिल का परिवार नैंसी को दहेज के लिए परेशान करने लगा। चूंकि नैंसी ने प्रेम विवाह किया था। इसलिए उसने परिवार को कभी इसके बारे में नहीं बताया। नैंसी ने अपनी सहेली को इस संबंध में जरूर बताया। नैंसी की सहेली ने मैसेज कर उसके पिता संजय शर्मा को इसकी जानकारी दी। इधर परिवार ने जब नैंसी को कॉल किया तो उसका मोबाइल बंद था। नैंसी के परिजन साहिल के घर पहुंचे तो उसके दादा ने दोनों के फ्रांस घूमने जाने की बात की। वहीं साहिल का पिता जयपुर और मां हरिद्वार जाने की बात करने लगे। नैंसी के पिता संजय शर्मा ने जब साहिल को कॉल करने का प्रयास किया तो उसका भी मोबाइल बंद आया। शक होने पर परिवार ने 25 नवंबर को मामले की सूचना पुलिस को दी। छानबीन के बाद पुलिस ने मंगलवार को इस संबंध में अपहरण समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि नैंसी का मोबाइल फोन 11 नवंबर से बंद था। इसके अलावा 12 नवंबर से साहिल का भी फोन बंद था। पुलिस ने दोनों की सीडीआर निकलवाई।
ऐसे आरोपियों तक पहुंची पुलिस...
पुलिस ने साहिल के कॉल की डीसीआर निकलवाई तो पता चला कि 11 नवंबर की रात व 12 नवंबर को वह अपने कर्मचारी शुभम व रिश्तेदार बादल के संपर्क में था। इसका पता चलते ही पुलिस की एक टीम को करनाल रवाना किया गया। वहां से पुलिस ने बादल और शुभम को दबोच लिया। उन्होंने बताया कि साहिल ने 11 नवंबर को नैंसी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने दोनों की मदद ली। बाद में पुलिस ने साहिल को भी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। बाद में आरोपियों की निशानदेही पर नैंसी का शव पानीपत से बरामद किया गया। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर वारदात में इस्तेमाल हथियार बरामद करने का प्रयास कर रही है। आरोपी ने बताया कि शादी के बाद से ही नैंसी ने उससे झगड़ा करना शुरू कर दिया था जिससे परेशान होकर उसने वारदात को अंजाम दिया।