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Sunday, December 8, 2019

जापान के लोग इतनी लम्बी उम्र तक क्यों जीते है: ये हैं 6 मुख्य वजह..!

हेल्थ डेस्क। ऐसा माना जाता है कि टेक्नोलॉजी और आधुनिक सुविधाओं ने एक ओर हमारी जिंदगी आसान बनाई है, वहीं दूसरी ओर इनकी वजह से हमारी फिजिकल एक्टिविटीज समाप्त होती जा रही हैं क्योंकि जो पहले हम अपने आप करते थे उनकी जगह आज रोबोट, मशीन और रिमोट ने ले ली है। मोटापा, डायबिटीज कंट्रोल, माइग्रेन, हार्ट अटैक और कैंसर जैसी कई गंभीर बीमारियां विश्वभर के देशों में तेजी से फैल रही है। किन्तु जापान की यदि बात की जाए तो आपको जानकर आश्चर्य होंगे कि जापान टेक्नोलॉजी और नए-नए आविष्कारों के क्षेत्र में सब देशों से आगे होने के बावजूद भी विश्व के सबसे सेहतमंद देशों की श्रेणी में आता है। जापान का लाइफ एक्सपेक्टेंसी रेट सबसे अधिक है अर्थात कि यहां के लोग पूरी दुनिया में सबसे लंबी उम्र तक जीने वाले लोग माने जाते हैं।
कुछ वर्षों पहले मेलबर्न की एक यूनिवर्सिटी के द्वारा जापान पर किए गए एक सर्वे में यह पाया गया कि जापान में लगभग 50000 से अधिक लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 100 वर्ष से भी अधिक है। मोटापे की यदि बात की जाए तो जापान में मोटे लोग बिल्कुल ना के बराबर है। जापान में सोने से लेकर चलने फिरने और यहां तक कि खाने पीने में भी टेक्नोलॉजी का सहारा लिया जा रहा है किन्तु फिर भी यहां के लोग इतने अधिक हेल्दी कैसे रहते हैं। वह कौन-कौन से कारण है जिनकी वजह से यह लोग लंबी उम्र तक जवान रह पाते हैं ? खान-पान से लेकर डेली रूटीन लाइफ स्टाइल तक जापान के लोग दूसरे देशों के लोगों से काफी अलग होते हैं। यदि इनके नियम तथा तरीकों को हम भी फॉलो करें तो लंबी उम्र से लेकर अच्छी त्वचा और बीमारियों से दूर रहने तक हम अपने आप को हेल्थी रख सकते हैं।आइए जानते हैं जापान के लोगों की सेहत से जुड़े कुछ ऐसे ही तरीकों के बारे में जिनकी बदौलत जापानी लोग बिना बीमारियों के लंबी उम्र तक जीते हैं।
चाय पीने का तरीका:- 
चाय जापान की सबसे फेवरेट पेय पदार्थ में से एक है। सुबह से लेकर शाम तक और हर तरह के मौके पर यहां अलग-अलग तरह की चाय पी जाती है। यहां करीबन 100 से अधिक प्रकार की चाय की पैदावार होती है और सबसे अधिक यहां ग्रीन टी पी जाती है। यहाँ की सभी चाय हमारे यहां की चाय से कई गुना अधिक बेहतर और सेहतमंद होती है क्योंकि यह लोग अपनी चाय में चीनी और दूध जैसी चीजों का प्रयोग नहीं करते हैं। अलग-अलग बीमारियों और कमजोरियों में भी यहां ट्रेडिशनल चाय का प्रयोग किया जाता है। जापान में हर चाय को पीने का तरीका अलग और बनाने की रेसिपी अलग होती है। यहां तक़रीबन 28 से अलग-अलग प्रकार की ग्रीन टी पी जाती है। यहाँ पाई जाने वाली इतनी सारी अलग-अलग प्रकार की चाय हड्डियों से लेकर हमारे बालों और आन्तरिक शक्ति को लंबी उम्र तक हेल्दी रखने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान देती हैं और साथ ही एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने की वजह से यह चाय इनके शरीर को लगातार तरोताजा करती रहती है जिससे थका देने वाले हालातों में भी यह लोग एक्टिव बने रहते हैं।
पैदल चलना:- 
जापान में अधिकतर लोग अपने सभी कामों को करने के लिए पैदल चलना अधिक पसंद करते हैं क्योंकि यह उनकी लाइफ का एक बहुत ही विशेष भाग है। अद्भुत तकनीकी विकास की बदौलत आज जापान के पास सुविधाओं की कोई कमी नहीं है किन्तु फिर भी यहां के लोग कार खरीदने या अपने निजी वाहन से सफर करने से अधिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करने में भरोसा रखते हैं। उनका मानना है कि इस तरह वह अपने आप को आलस से दूर करके सदैव फिट रख पाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बस या ट्रेन से सफर करने के लिए इन्हें लंबे वक्त तक पैदल चलना पड़ता है और ट्रेन में भी कई बार खड़े रहकर ही सफर करना पड़ता है जिससे भोजन पचाने में भी आसानी होती है। इससे शरीर का वजन भी नहीं बढ़ता।
जापान के लोगों का खान-पान:- 
जापान के लोगों की सेहत पर सबसे अधिक उनके भोजन और खान-पान से जुड़े नियमों का असर पड़ता है। इनके भोजन में कैलोरी और शुगर की मात्रा बहुत कम होती है जिसकी वजह से इनका वजन नहीं बढ़ता और यह लोग डायबिटीज कोलेस्ट्रोल तथा मोटापे जैसी कई बीमारियों से बचे भी रहते हैं। आइए नजर डालते हैं की जापान के लोग अपने आपको लंबी उम्र तक जीवित और खूबसूरत बनाए रखने के लिए अपनी रेगुलर डाइट में क्या-क्या खाते हैं? चाहे शाकाहारी हो या मांसाहारी जापान के लोग अधिक्तर समुद्र में पाई जाने वाली चीजें ही खाते हैं। समुद्र में पाए जाने वाले पौधों से लेकर हर प्रकार के समुद्री जीव को खाने के यह लोग बहुत शौकीन होते हैं। क्या आप जानते हैं समुद्री सब्जी जमीन पर उगने वाली सब्जियों के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होती है। साथ ही मछलियों के मांस में चिकन और रेड मीट से कई गुना अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं। अकेला जापान प्रत्येक वर्ष पुरी दुनिया की फूड सप्लाई का 10 परसेंट कंज्यूम कर लेता है।
खाना खाने और बनाने का तरीका:- 
जापान में तली हुई यानी कि डीप फ्राइड चीजें बहुत कम खाई जाती है। यहां घरों में अधिक्तर खाना भाप से बनाया जाता है। भाप से पकने पर भोजन में पोषक तत्व बरकरार रहते हैं साथ ही खाने का स्वाद भी बना रहता है। खाना पकाने के लिए यह लोग स्लो कुकिंग मैथर्ड अपनाते हैं। अर्थात इनके यहां धीमी आंच पर खाना बनाया जाता है। अधिक पकवान यहां सूप और ग्रेवी वाले होते हैं। जापान में सूखे ड्रॉय स्नेक्स बहुत कम खाए जाते हैं। यहां के लोग जिन बर्तनों में खाना खाते हैं उनका आकार बहुत छोटा होता है जैसे कि किसी छोटे बच्चे को भोजन परोसा जा रहा हो। छोटे बर्तनों का इस्तेमाल यह लोग जानबूझकर करते हैं क्योंकि यहां अधिक खाना सही नहीं माना जाता छोटे बर्तनों के प्रयोग से एक ही बार में अधिक भोजन खाने में नहीं आता और भूख भी कम खाने से ही शांत हो जाती है। कम भोजन करने वाला व्यक्ति हमेशा एक्टिव रहता है, शरीर का ब्लड प्रेशर हमेशा नॉरमल रहता है और उसे कभी भी दिल की बीमारियां नहीं होती।
साफ-सफाई:- 
जापान विश्व के सबसे साफ-सुथरे देशों में से एक है। यहां के लोग अपनी कंट्री से दूसरे देश में भी जाते हैं तो वहां भी साफ सफाई का बहुत ध्यान रखते हैं। उनका मानना है कि साफ सफाई रखने से बीमारियां नहीं फैलती दिमागी संतुलन बना रहता है। बिना वजह होने वाली सेहत से जुड़ी परेशानियों से आसानी से बचा जा सकता है।
यूनिवर्सल हेल्थ केयर:- 
जापान एक तरफ जहां अपने खान-पान को लेकर बहुत सतर्क है, वहीं दूसरी और अच्छी सेहत बरकरार रखने के लिए यहां के लोग रूटीन बेसिस पर हेल्थ चेकअप करवाते रहते हैं। शरीर में सब कुछ ठीक चल रहा है या नहीं या किस तरह की कमजोरी या बीमारी आने के लक्षण नजर आ रहे हैं। इन सब बातों की जानकारी रखना उनकी आदत बन चुकी है। यहां के लोग महीने में कम से कम 1 बार डॉक्टर के पास केवल अपना हेल्थ चेकअप करवाने के लिए चले जाते हैं।