इंदौर.सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के दौरे के ठीक तीन दिन बाद कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंदौर पहुंचकर मालवा की सियासत को गरमा दिया है. उन्होंने यहां कांग्रेस नेताओं के साथ मीटिंग की. लेकिन मीडिया को दूर रखा गया. सिंधिया समर्थक स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट भोपाल में कैबिनेट की बैठक छोड़कर पूरे वक़्त उनके के साथ मौजूद रहे. हालांकि सिंधिया ने कहा बैठक में 14 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली रैली की तैयारी की समीक्षा की गयी.
झारखंड में कांग्रेस गठबंधन सरकार की उम्मीद:-
ज्योतिरादित्य सिंधिया झारखंड के चुनाव प्रचार से सीधे इंदौर आए हैं. उन्होंने कहा, इस बार झारखंड में कांग्रेस के लिए अच्छी संभावनाएं बन रहीं हैं. कांग्रेस ने आरजेडी और जेएमएम के साथ जो गठबंधन किया है वो कारगर सिद्ध हुआ. मुझे विश्वास है झारखंड की जनता बदलाव लाएगी और कांग्रेस गठबंधन सत्ता पर काबिज होगा.
भारतीय संस्कृति के विपरीत नागरिकता संशोधन बिल:- सिंधिया
नागरिकता संशोधन बिल ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा इस बिल का केवल कांग्रेस ही नही बहुत सारी पार्टियां विरोध कर रही हैं. देश के अनेक राज्यों में उत्तर-पूर्व राज्यों की आप स्थिति देखिए. हमारे संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान लिखते वक्तकिसी को जात पात के दृष्टिकोण से नहीं देखा था. पिछले तीन चार हजार साल से इस भारत माता की माटी ने सभी को अपनाया है. वसुधैव कुटुंबकम ही भारत की विशेषता रही है.,जो बिल आज लाया गया है वो सही नही है. मैं मानता हूं कि ये भारत की विचारधारा,भारत की सभ्यता और संस्कृति के विपरीत है.
यूरिया संकट के लिए केन्द्र जिम्मेदार:-
मध्यप्रदेश में यूरिया के संकट पर सिंधिया ने कहा यूरिया की प्रदेश में बहुत कमी है. हमने ये मुद्दा केंद्र सरकार के सामने उठाया है. कांग्रेस शासन में जब हम केंद्र में थे हम हर राज्य को यूरिया देते थे. यही केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है. आज किसान परेशान है और हम इस मुद्दे को भी पूरी दमदारी से उठाएंगे.
एयरपोर्ट पर धक्का मुक्की:-
इंदौर एयरपोर्ट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के पहुंचने से पहले बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंच गए. जैसे ही सिंधिया बाहर निकले उनसे मिलने के लिए कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में होड़ मच गई. इस दौरान जमकर धक्का-मुक्की हुई.इसका शिकार सिंधिया भी हो गए. हर कार्यकर्ता उनसे मिलकर सेल्फी लेना चाह रहा था.भारी भीड़ के कारण सिंधिया भी परेशान हो गए. वो सीधे कांग्रेस नेता मोहन सेंगर की बेटी की सगाई समारोह में शामिल होने के लिए रवाना हो गए. सिंधिया अपने खास समर्थक शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टंडन के घर गए और फिर दिग्विजय सिंह समर्थक नासिर खान और कमलनाथ समर्थक शोभा ओझा के घर जाकर एक संदेश देने की कोशिश की.