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Monday, January 6, 2020

दुनिया के 10 सबसे छोटे देश, कई देशों के तो नाम भी नहीं सुने होंगे आपने!

फीचर डेस्क। दुनिया में कुल 195 देश हैं। इनमें से कुछ तो बहुत बड़े हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी देश हैं जो काफी छोटे हैं। आज हम आपको दुनिया के कुछ ऐसे छोटे देशों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। इनमें से कुछ ऐसे भी देश हैं, 
जिनका शायद ही आपने नाम भी सुना हो। तो चलिए जान लेते हैं इन देशों के बारे में...
ये है माल्टा, जो भूमध्य सागर में स्थित सात द्वीपों का एक समूह है। इस देश का क्षेत्रफल मात्र 316 वर्ग किलोमीटर है। इस छोटे से देश की जनसंख्या साढ़े चार लाख के आसपास है। 1964 में आजाद हुए माल्टा पर अलग-अलग दौर में रोमन, फ्रेंच और ब्रिटिश लोगों ने राज किया है। इस देश का एतिहासिक महत्व बहुत है। यही वजह है कि यहां लाखों पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। 
हिंद महासागर में स्थित द्वीपीय देश मालदीव दुनिया के सबसे छोटे देशों में शुमार है। यह जनसंख्या और क्षेत्र, दोनों ही प्रकार से एशिया का सबसे छोटा देश है। 298 वर्ग किलोमीटर में फैले इस देश की आबादी करीब साढ़े चार लाख है। साल 1966 में आजाद हुआ यह देश पर्यटकों के लिए एक खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। 
कैरबियन सागर में स्थित एक द्वीपीय देश है सेंट किट्स और नेविस। दरअसल, ये दो खूबसूरत द्वीप हैं, जिनकी खोज 1498 में क्रिस्टोफर कोलंबस ने की थी। साल 1983 में आजाद हुए इस देश का कुल क्षेत्रफल 261 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें से सेंट किट्स 168 वर्ग किलोमीटर और नेविस मात्र 93 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इस देश की कुल आबादी 50 हजार के आसपास है। 
प्रशांत महासागर के मध्य स्थित यह माइक्रोनेशियाई देश है मार्शल द्वीपसमूह। इस द्वीपसमूह में 100 से अधिक द्वीप हैं। इसे हजार टापुओं का देश भी कहा जाता है। 1986 में आजाद हुए इस देश की जनसंख्या 62 हजार के आसपास है। इस छोटे से देश का अपना संविधान और झंडा भी है। हालांकि यहां की मुद्रा अमेरिकी डॉलर है। 
महज 160 वर्ग किलोमीटर में फैले इस देश का नाम है लिचटेन्स्टीन, जो ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड के मध्य स्थित है। इस देश की आबादी लगभग 40 हजार है। आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रति व्यक्ति जीडीपी के हिसाब से यह दुनिया का सबसे अमीर देश है। यहां बेरोजगारी दर सबसे कम है। 
लगभग 30 हजार की आबादी वाले इस देश का नाम है सैन मरीनो, जो महज 61 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। चारों तरफ से इटली से घिरा यह देश यूरोप का सबसे प्राचीन गणतंत्र है, जिसकी स्थापना 301 ईस्वी में हुई थी। इस देश की सबसे खास बात ये है कि यहां गाड़ियों की संख्या यहां की आबादी से भी ज्यादा है। 
तुवालू नाम का यह देश  प्रशांत महासागर में हवाई और ऑस्ट्रेलिया के बीच स्थित एक पोलिनेशियाई द्वीपीय देश है। यह देश चार द्वीपों से मिलकर बना है। 1978 में अंग्रेजों से आजाद हुए इस देश की आबादी करीब 12 हजार है। यहां की राजभाषा तुवालुयाई और अंग्रेजी है। 
महज 21 वर्ग किलोमीटर में फैला नॉरू नाम का यह देश दुनिया का सबसे छोटा द्वीपीय देश है। इस देश की आबादी करीब नौ हजार है। 60 एवं 70 के दशक में इस देश की मुख्य आय फास्पेट माइनिंग से होती थी, लेकिन अधिक दोहन की वजह से यह खत्म हो गया। यहां नारियल का उत्पादन खूब होता है। 
दो वर्ग किलोमीटर से भी कम में फैले इस देश का नाम है मोनाको। यह दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश है, लेकिन यहां की आबादी 40 हजार के आसपास है। यह देश भी दुनिया के सबसे अमीर देशों में से एक है। यहां करोड़पतियों की संख्या बहुत है। 
वेटिकन सिटी का नाम तो आपने सुना होगा। यह दुनिया का सबसे छोटा देश है। महज 100 एकड़ में फैला यह देश चारों तरफ से रोम से घिरा हुआ है। इसे पवित्र देश भी कहा जाता है, क्योंकि यहां दुनिया का सबसे बड़ा कैथोलिक चर्च स्थित है। इस छोटे से देश में मात्र 1.27 किलोमीटर की एक रेल लाइन भी है जो दुनिया का सबसे छोटा रेलवे सिस्टम है।