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Tuesday, January 28, 2020

जवाहर नवोदय विद्यालय की 192 छात्राओं ने खुद को कमरे में किया बंद, जानिए क्‍या है वजह

नागदा (MP)। मध्य प्रदेश में उज्जैन जिले के नागदा में जवाहर नवोदय विद्यालय की छात्राओं ने रविवार शाम हड़ताल कर दी। उन्होंने प्राचार्य पर सख्ती करने का आरोप लगाते हुए खुद को कमरे में बंद कर लिया। 23 घंटे बाद सोमवार शाम इन्हें दरवाजा तोड़कर निकाला गया। भूखे रहने से एक छात्रा की तबीयत भी बिगड़ गई।
छात्राओं की आजादी पर प्रतिबंध:-
शहर से लगभग 10 किमी दूर गांव बुरानाबाद में मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय है। इसमें दो माह पूर्व प्राचार्य मंजू चौधरी की नियुक्ति हुई थी। छात्राओं का आरोप है कि प्राचार्य चौधरी द्वारा उन पर सख्ती की जा रही है। वे छात्राओं की आजादी पर प्रतिबंध लगा रही हैं। आवश्यक कार्य होने पर भी अवकाश नहीं दिया जा रहा है। परिजन से मिलने भी नहीं दिया जाता है।
इसके विरोध में कक्षा छठी से 12वीं तक की 192 छात्राओं ने रविवार शाम चार बजे हड़ताल कर दी। विद्यालय में छात्राओं को अलग-अलग कमरे में रखा जाता है, लेकिन आंदोलन के चलते सभी छात्राएं एक ही कमरे में आ गई और अंदर से ताला लगा लिया। रविवार रात वरिष्ठ अधिकारी विद्यालय पहुंचे, लेकिन छात्राओं ने किसी की नहीं सुनी। सोमवार शाम तक छात्राओं ने ताला नहीं खोला तो विद्यालय प्रबंधन ने दरवाजा तोड़कर इन्हें बाहर निकाला।
भूख से आने लगे थे चक्कर:-
छात्राओं ने हड़ताल के दौरान 23 घंटे तक कुछ भी नहीं खाया। इतने समय तक उन्होंने बस पानी ही पीया। इस कारण कुछ छात्राओं को भूख से चक्कर आने लगे थे। छात्रा निकिता राठौर की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। ताला तोड़ने के बाद तत्काल इन्हें भोजन करवाया गया। अधिकारियों ने प्राचार्य के स्थानांतरण को छोड़ सभी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया है।
प्राचार्य का जवाब:-
जवाहर नवोदय विद्यालय की प्राचार्य मंजू चौधरी ने कहा कि किसी प्रकार की सख्ती नहीं की जा रही है। छात्राओं को किसी के द्वारा उकसाया जा रहा है। मेरे साथ राजनीति की जा रही है।