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Friday, January 17, 2020

मध्‍य प्रदेश में खुले में एसिड की बिक्री पर रोक, अभियान चलाएगी सरकार

भोपाल। अभिनेत्री दीपिका पादुकोण अभिनीत फिल्म 'छपाक" को टैक्स फ्री करने के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश में खुलेतौर पर एसिड (तेजाब) की बिक्री पर रोक लगा दी है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि एसिड अटैक सर्वाइवर पर बनी फिल्म को टैक्स फ्री करना ही काफी नहीं है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता के साथ कड़े कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने पूरे प्रदेश में एसिड की खुले में बिक्री को लेकर अभियान चलाने के निर्देश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने टि्वटर पर लिखा है कि प्रदेश में किसी भी बहन-बेटी पर एसिड अटैक की घटनाओं की रोकथाम के लिए खुले में एसिड की बिक्री पर नियंत्रण और अंकुश बेहद जरूरी है। उन्होंने लिखा है कि ऐसी घटनाएं कतई बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। ऐसी घटना सामने आने पर जिम्मेदारी भी तय होगी और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा भी मिलेगी।
इधर खुलेआम बिक्री पर हाई कोर्ट ने मांगा जवाब:-
मप्र में एसिड की खुले आम बिक्री का मामला गुरुवार को मप्र हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में भी उठा। हाई कोर्ट ने सरकार को नोटिस जारी कर पूछा कि बाजार में खुलेआम एसिड कैसे बिक रहा है? एसिड बेचने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जाती? जिम्मेदारों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई? इस बारे में सरकार से 16 मार्च तक जवाब मांगा गया है। कोर्ट ने राज्य सरकार को यह नोटिस एसिड अटैक पीड़िता की ओर से दायर जनहित याचिका पर दिया। याचिकाकर्ता की तरफ से एडवोकेट शन्नो शगुफ्ता खान पैरवी कर रही हैं।
यह हैं एसिड बिक्री के नियम:-
-18 साल से कम उम्र के किसी व्यक्ति को एसिड नहीं बेचा जा सकता।
-एसिड व्यापारी खरीदने आए हर ग्राहक से पूछें कि उसे यह क्यों चाहिए?
-व्यापारी हर ग्राहक का पहचान पत्र भी अनिवार्य रूप से ले।
-जो विक्रेता नियमों का पालन नहीं करें उस पर 50 हजार रुपये जुर्माना
फिर भी 30 रुपये लीटर में खुले आम हो रही बिक्री:-
उक्त नियमों के बाद भी मप्र के बाजारों में खुलेआम 30 रुपये लीटर में एसिड बिक रहा है। याचिकाकर्ता के वकील ने खुद बाजार का सर्वे किया। 50 से ज्यादा दुकानदार बिना किसी पहचान पत्र और पूछताछ के एसिड देने को तैयार हो गए।
पीड़िता की दोनों आंखों की चली गई थी रोशनी:-
एडवोकेट खान ने बताया कि याचिकाकर्ता इंदौर की एक युवती पर नवंबर 2018 में एक युवक ने एसिड फेंका था। इससे उसकी दोनों आंखों की रोशनी चली गई। वह पीड़िता पर शादी के लिए दबाव बना रहा था। पीड़िता का अभी हैदराबाद में इलाज चल रहा है। आरोपित जेल में है।
प्रदेश में ऐसिड ( तेज़ाब ) की खुले में बिक्री पर नियंत्रण व अंकुश होना बेहद ज़रूरी,इसके लिये प्रदेश भर में एक अभियान चलाने के आवश्यक निर्देश जारी किये गये है।