भोपाल. मध्यप्रदेश में कोरोना संकट के कारण मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो पाया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस, मंत्रिमंडल का गठन नहीं होने के कारण शिवराज सिंह चौहान पर हमलावर है। वहीं, अब कांग्रेस ने ज्यातिरादित्य सिंधिया पर हमला बोला है। कांग्रेस ने श्रीमंत की जगह सिंधिया के लिए श्रीअंत शब्द का प्रयोग किया है। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद से कांग्रेस लगातार ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमलावर है।
क्या कहा कांग्रेस ने:-
ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला करते हुए कांग्रेस ने कहा- श्रीअंत के दो रूप। पहला रूप जनता के लिये जिसमें लॉकडाउन के कारण जनता की मदद करने नहीं पहुंच सका। वहीं, कांग्रेस ने कहा कि कुर्सी के लिए दूसरा रूप। लॉकडाउन में अमित शाह से मिलकर सभी जयचंदों को मंत्री बनाने की मांग। इन दोमुहों से बचकर रहना।
लोग मर रहे इन्हें कुर्सी की चिंता:-
कांग्रेस ने कहा कि लोग मर रहे हैं, इन्हें सिर्फ़ अपने लोगों को मंत्री बनवाना है। जब मध्यप्रदेश को कोरोना से बचाने की तैयारी करना था तब ये जनादेश का सौदा कर रहे थे। जब मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण बेक़ाबू हो गया है, तब ये जयचंदो को मंत्री बनवाने की फ़िराक़ में हैं। कोई इतना संवेदनहीन कैसे हो सकता है।
मंत्रिमंडल का हो सकता है गठन:-
बता दें कि कोरोना संकट के बीच शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि पार्टी हाईकमान से चर्चा के बाद शिवराज सिंह चौहान 18 या 19 अप्रैल को अपने मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि अभी मंत्रिमंडल का गठन छोटा हो सकता है। मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे से कमलनाथ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे तुलसी सिलावट और राजस्व मंत्री रहे गोविंद सिंह राजपूत को शामिल किया जा सकता है। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह, विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन और मीना सिंह को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है।