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Tuesday, May 5, 2020

शिवराज ने सिंधिया को बताया रियल हीरो, कहा- ज्योतिरादित्य ऐसे लीडर जिनके लिए जनता सर्वोपरि

भोपाल. मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण जहां लगातार बढ़ता जा रहा है वहीं, दूसरी तरफ सियासत भी तेज हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को असली हीरो बताया है। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ऐसे नेता हैं जिनके लिए जनता का हित सर्वोपरि है। ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर शिवराज सिंह चौहान ने पहला ट्वीट किया है। बता दें कि सिंधिया इन दिनों सोशल मीडिया के माध्यम से लॉकडाउन में फंसे लोगों की मदद कर रहे हैं।
क्या कहा शिवराज सिंह चौहान ने:-
शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा- मैं मेरे उन सभी साथियों का भी सम्मान करता हूं, जिन्होंने कमलनाथ जी की स्वकेंद्रित बंटाधार सरकार को गिराने के लिए और प्रदेश की उन्नति के लिए अपनी-अपनी राजनीतिक कारकिर्दगी को दांव पे लगा दिया। सारे पदों को त्याग दिया। अति कठोर निर्णय लिए और उस पर अडिग रहे। पिछली कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में त्राही-त्राही मचा दी थी। भ्रष्टाचार में लिप्त सरकार को उखाड़ फेंकने में मदद करने वाले ही असली लीडर, असली हीरो होते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया जी ऐसे नेता है, जिन्होंने प्रदेश का हित सर्वोपरि रखा और भ्रष्ट सरकार से अपने साथियों समेत किनारा किया।
कमलनाथ पर भी साधा निशाना:-
शिवराज सिंह चौहान ने अपने दूसरे ट्वीट पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा- सरकार बनाने और चलाने के लिए प्रजा हित को सर्वोपरि रखना पड़ता है। जो प्रदेश के मुखिया प्रजा को छोड़ एक परिवार की पूजा में लिप्त रहते हैं, वो कभी जनता की सरकार बना नहीं सकते और अगर गलती से कभी बना भी लें तो ज़्यादा दिन चला नहीं सकते। ये जो पब्लिक है वो सब जानती है।
कमलनाथ ने कहा था भरोसा नहीं था:-
वहीं, कमलनाथ ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए था कि मुझे और दिग्विजय सिंह को भी इस बात का भरोसा नहीं था कि 22 पार्टी विधायक इस तरह प्रलोभन के चलते हमारा साथ छोड़ देंगे। बता दें कि कमलनाथ ने रविवार को भोपाल में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा था कि उपचुनाव के बाद ये सरकार नहीं रहेगी। कमलनाथ ने कहा- आज मतदाता समझदार है, उसे पता है कि इन 22 लोगों ने किस तरह से उनके साथ धोखा किया है। आज गांव में इन 22 लोगों के प्रलोभन में आने से बहुत आक्रोश है। मतदाता चुप ज़रूर है, पर सब समझ रहा है। जनता समझ रही है कि किस लालच से ये 22 लोग गये हैं।