पल्लवी शर्मा (स्टेट ब्यूरो हैड पंजाब)
चंडीगढ़, पंजाब। गुरदासपुर के सरकारी अस्पताल में मीडिया अलाउड नहीं होगी। सरकारी अस्पताल के अफसरों ने यह फरमान जारी किया है। इस बारे में अस्पताल में जगह-जगह नोटिस लगा दिए गए हैं। हालांकि, यह फरमान क्यों जारी किया? इस पर सेहत अफसरों ने चुप्पी साध रखी है। गुरदासपुर के सिविल सर्जन ने कहा कि उनके ध्यान में नहीं है कि ऐसे नोटिस लगाए गए हैं। वह इसे चेक करेंगे। मीडिया उनके कई कार्यक्रमों में मदद करता है। अगर ऐसा हुआ तो इन नोटिस को तुरंत हटाया जाएगा।
•संगरूर में पत्रकारों की जासूसी पर घिर चुकी सरकार
इससे पहले पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार संगरूर में पत्रकारों की जासूसी पर घिर चुकी है। संगरूर CM भगवंत मान का गृह जिला है। यहां पर क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) के जरिए पत्रकारों का ब्यौरा मांगा गया। सीधे तौर पर पत्रकारों को फोन कर उनके मीडिया संस्थान, आई कार्ड और घर के पते तक मांगे गए। हालांकि, इस बारे में बवाल होने के बाद सरकार ने कदम पीछे खींच लिए।
•CM जारी कर चुके हेल्पलाइन जारी
सरकारी ऑफिसों में पारदर्शिता रहे, इसके लिए CM भगवंत मान ने 95012-00200 हेल्पलाइन जारी की थी। CM ने कहा कि कोई भी व्यक्ति इस पर रिश्वतखोरी की ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग भेज सकता है। इसके बावजूद सरकारी अस्पताल में मीडिया को ही बैन कर दिया गया। ऐसे में वहां आम लोगों की क्या हालत होगी, इसका स्पष्ट अंदाजा लगाया जा सकता है।