भोपाल। IPL खिलाड़ी मोहनीश मिश्रा पर अपने दोस्तों के साथ मिल कर एक युवती को अगवा करने का मामला दर्ज हुआ है। एमपी नगर थाने में एक युवती ने शिकायत दर्ज कराई है कि आशीष नाम के युवक और उसके पांच दोस्त जिनमें मोहनीश मिश्रा भी शामिल है ने उसको एक कोचिंग के बाहर से अगवा किया। युवती ने आशीष और दोस्तों पर मारपीट करने और अश्लील छेड़छाड़ करने के भी आरोप लगाएं हैं। इधर मोहनीश मिश्रा ने इस सारे आरोपों को झूठा बताया है। एमपी नगर पुलिस के मुताबिक कमलानगर थाना इलाके में रहने वाली 27 वर्षीय युवती एमपी नगर स्थित एक कोचिंग संस्थान में अकाउंटेंट है। उसने शुक्रवार को थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। युवती ने बताया कि वह 6 वर्ष से एमपी नगर में विक्रम सिंह के संस्थान में अकाउंट का काम देख रही है। वह पिछले 4 साल से आशीष सिंह के मकान में किराए से रहती है। आशीष से उसकी काफी घनिष्ठता है। लेकिन पिछले कुछ महीनों से आशीष उस पर शक करने लगा था । वह उस पर कोचिंग संस्थान के उपाध्यक्ष विक्रमसिंह से संबंध होने का लांछन भी लगाने लगा था। शुक्रवार को दोपहर में वह दफ्तर में थी, तभी आशीष ने फोन कर उसे कोचिंग से बाहर बुलाया। बाहर निकलते ही आशीष ने उसे कार के अंदर पटक लिया। उसका मोबाइल फोन छीन लिया और गालियां बकते हुए गला दबाने की कोशिश की। आशीष के साथ उसके दोस्त मोहनीश मिश्रा, रिंकू, नितिन, मोनू और गोलू उर्फ निशांत पुरोहित भी थे। आशीष कार चलाते हुए अग्रवाल पुड़ी भंडार के सामने तक आया। इसके बाद वे लोग उसे वहां कार में छोड़कर कोचिंग के दफ्तर में घुस गए और संस्थान के उपाध्यक्ष विक्रम सिंह के साथ बेरहमी से मारपीट की।
पुलिस को आता देख फरार हुए
युवती ने बताया कि उसने एक पान की दुकान वाले के फोन से डायल-100 पर फोन लगाया। उधर कोचिंग के कर्मचारी भी घटनास्थल की तरफ आने लगे। इस बीच पुलिस को आता देख सभी आरोपित फरार हो गए। युवती की शिकायत पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। अभी किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
आरोप झूठे हैं - मोहनीश
इधर मोहनीश मिश्रा ने तमाम आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि मैं घटना के समय मौजूद नहीं था चूंकि आशीष मेरा दोस्त है इसलिए लड़की ने मेरा नाम भी शिकायत में लिखवा दिया मैंने मामले से नाम कटवाने के लिए सच्चाई से एसपी राहुल लोढ़ा को आवेदन दिया है।
