भोपाल। चुनाव जीतने की जद्दोज़हद में लगी बीजेपी के लिए एक और परेशानी खड़ी हो गई है. दरअसल, बीजेपी के 8 प्रत्याशियों द्वारा अलग-अलग चुनावों में एक से अधिक पैन नंबरों का उपयोग करने का मामला सामने आया है. इसमें 3 मंत्रियों के नाम भी शामिल है. आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने इस मामले का खुलासा किया है.
अजय दुबे ने चुनाव आयोग से मांग की है कि इस मामले का सूक्ष्मता से जांच कराने पर स्पष्ट पता चलेगा कि ये प्रत्याशी योजनाबद्ध तरीक़े से गलत जानकारी प्रस्तुत कर पूर्व में चुनाव लड़ चुके हैं. विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में ऐसे जनप्रतिनिधियों से जनता को खतरा है, क्योंकि जो चुनाव लड़ते समय ही झूठ बोल रहे हों तो भविष्य में निर्वाचित जनप्रतिनिधि बनकर असत्य का उपयोग कर देश क्षति पहुचायेंगे. यह सर्वविदित है कि गलत जानकारी देकर चुनाव लड़ना अपराध है और यह कठोर सजा के योग्य है.
आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को भेजी शिकायत में कहा है कि मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 8 प्रत्याशियों के पैन नंबर की जांच करवाई जाये. भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट से प्राप्त सूचना के अनुसार इन प्रत्याशियों द्वारा 2008,2013 और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्रों में 1 से अधिक पैन नंबर का उपयोग किया गया है, जो लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम और आयकर अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध है.