दिल्ली। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के नतीजों से सबक लेते हुए 2019 चुनाव के प्लान पर काम करना तेज कर दिया है. इसको लेकर भोपाल से लेकर दिल्ली तक की सियासत में हलचल है मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के बाद अब राज्य में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के नतीजों से सबक लेते हुए आम चुनाव के प्लान पर काम करना तेज कर दिया है. इसे लेकर भोपाल से लेकर दिल्ली तक की सियासी गलियारे में हलचल है. दरअसल, बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के दमदार प्रत्याशियों के साथ ही संगठन को मजबूती देने के प्लान पर काम शुरू कर दिया है. राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बाद पार्टी ने 2019 के चुनाव के लिए दमदार प्रत्याशियों की तलाश तेज कर दी है. अब तक सिर्फ कांग्रेस के कब्जे वाली तीन सीट गुना, छिंदवाड़ा और रतलाम पर फोकस कर चल रही बीजेपी ने अब डेढ़ दर्जन सीटों पर पार्टी के बड़े चेहरों को उतारने का प्लान तैयार किया है. पार्टी ने विधानसभा चुनाव में पिछड़े वोट प्रतिशत के आधार पर लोकसभा चुनाव का प्लान बनाना शुरू किया है. पार्टी का फोकस छिंदवाड़ा, गुना, रतलाम, विदिशा, खजुराहो, देवास, खरगोन, ग्वालियर, धार, मंदसौर, राजगढ़, भोपाल समेत डेढ़ दर्जन सीटों पर है, वहीं पार्टी में उपाध्यक्ष बनने के बाद भोपाल लौटे शिवराज ने कहा है कि अब उनका फोकस लोकसभा चुनाव पर है. वहीं बीजेपी की तैयारियों के बाद कांग्रेस भी अलर्ट मोड पर है. सीएम कमलनाथ ने अपने तीन दिन के दिल्ली दौरे के दौरान लोकसभा चुनाव का प्लान बनाने का काम किया है. सीएम कमलनाथ ने अजय सिंह को भी दिल्ली तलब किया है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस विधानसभा चुनाव में हारने के बाद भी पार्टी को जीत दिलाने वाले बाजीगरों को बड़ी जिम्मेंदारी देने के मूड में है. बहरहाल विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बदले सियासी माहौल से तय है कि इस बार लोकसभा के चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला कांटे का होना तय है. ऐसे में जीत के लिए दोनों ही दल चुनावी रणनीति बनाने में जुटे हैं, ताकि केंद्र की सियासत में बनने वाली सरकार में प्रदेश का भी बड़ा रोल अदा हो सके.