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Monday, August 26, 2019

SDOP का रेत माफिया से पैसा लेते वीडियों वायरल, पुलिस महकमे में हड़कंप:-VIDEO

-हर माह की 19 तारीख को रेत माफिया से सवा लाख रुपये रिश्वत मिलने की चर्चा
भोपाल। मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के पाटन क्षेत्र में पदस्थ एसडीओपी एसएन पाठक  का एक वीडियों वायरल हुआ है जिसमें वह किसी माफिया से मिलने वाली रकम गिन रहे हैं साथ ही इस दौरान मोबाइल पर चर्चा भी कर रहे हैं चर्चा में किसी माफिया से हर माह  की 19 तारीख को सवा लाख रुपए लिए जाने की चर्चा की जा रही है इस वीडियों के वायरल होने से पुलिस महकमे में खलबली मच गई है वही वीडियों वायरल होने के बाद से एसडीओपी एसएन पाठक ने चुप्पी साध ली है सूत्रों के अनुसार पाटन डिवीजन के एसडीओपी एस एन पाठक के कुछ वीडियोंज वायरल हुए हैं इस वीडियोज में एक 4 मिनट का है जिसमें एक कमरे में बैठकर वह रेत माफिया से मिलने वाली रकम का हिसाब किताब करते हुए व उनके द्वारा दी गई रकम को गिनते हुए नजर आ रहे हैं इस दौरान उस कमरे में एक सिपाही मौजूद हैं और एक माफिया जो पैसे देने के लिए पहुंचा है वायरल वीडियों में एसडीओपी एस एन पाठक मोबाइल पर चर्चा करते हुए माह की19  तारीख को रेत माफिया से रकम का हिसाब किताब करते व किस वाहन से कितनी रकम लेनी है इसकी एंट्री बाकायदा डायरी में करते हुए नजर आ रहे हैं दरवाजा अच्छे से बंद कर दो वीडियों वायरल करने वालों का कहना है कि एसडीओपी द्वारा रेत माफिया को खुली छूट दी गई है और उसके बदले में हर माह मोटी रकम बसूल रहे हैं
4 वीडियोज बनाए गए:-
रेत माफिया से मोटी रकम ली जाने के मामले में एसडीओपी के 4 वीडियोज बनाए गए हैं इसमें सबसे बड़ा 4 मिनट w का है वहीं एक 3.40 मिनट व दो वीडियोज 22 व34 सेकंड के है इस तरह कुल आठ मिनट से अधिक की रिकॉर्डिग की गई है जिसमें रेत माफिया से मिलीभगत का पूरा चिट्टा उजागर हो गया है। पाटन एसडीओपी एसएन पाठक को पद से हटाया जा सकता है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) भेजी गई रिपोर्ट में उन्हें पद से हटाने की अनुशंसा की गई है। वहीं पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर शहपुरा थाने में पदस्थ आरक्षक देवेन्द्र जाट को निलंबित कर दिया गया है। एएसपी साउथ डॉ. संजीव उइके को प्राथमिक जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें 5 दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
चार प्रचलित किस्से जैसा कि लोग दबी जुबान से चर्चा कर रहे है:-
पहला:-
एसडीओपी द्वारा पैसे लेने का वीडियो विभाग के निचले स्टाफ ने बनाया है। एसडीओपी पहले जिस कर्मचारी के जरिए रेत माफिया से अवैध वसूली की रकम लेते थे, बाद में उसे दरकिनार कर दिया। और सीधी उसके बाद अमित अग्रवाल के जरिए वसूली करने लगे। जिससे नाराज होकर स्टाफ ने योजनाबद्घ तरीके से वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
दूसरा:-
रेत माफिया से वसूली के 20-22 लाख रुपए एक निचले स्टाफ के पास जमा थे। बाद में उसने रकम के बंटवारे से इनकार कर दिया। स्वयं पर कार्रवाई के भय से उसने एसडीओपी का वीडियो बनवाकर वायरल कर दिया।
तीसरा:-
रेत समेत मुरम व शराब के अवैध कारोबारी परेशान थे। पुलिस ने उनसे जो महीना बांध रखा था, उसमें दो से तीन गुना वृद्घि कर दी गई। माफिया संगठित हुए और उन्होंने वीडियो बनाकर वायरल करवा दिया।
चौथा:-
एसडीओपी के 5 वीडियो जारी हो चुके हैं। कुछ और वीडियो भी जारी हो सकते हैं। ये वीडियो करीब 15 दिन पूर्व बनाए गए थे। वीडियो वायरल करने का भय दिखाकर पहले एसडीओपी को ब्लैकमेल करने की कोशिश की गई बाद में वायरल कर दिया गया।
गिर सकती है गाज, पीएचक्यू रिपोर्ट भेजा
इनका कहना है:-
एसडीओपी पाटन द्वारा पैसे लेने के वायरल वीडियो मामले में पुलिस मुख्यालय रिपोर्ट भेज दी गई है। एक आरक्षक को निलंबित कर प्राथमिक जांच के निर्देश दिए गए हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक साउथ को 5 दिन में जांच पूरी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मामले की जांच की जा रही है।
अमित सिंह, एसपी जबलपुर
इनका कहना:-
रेत कारो बारी उनसे मशीन के संबंध में बात करने आए थे रुपए का लेनदेन नही हुआ था उन्हे झूठा फसाया जा रहा है मैने अभी वीडियों देखा नही है इसलिए कोई भी टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं 
एस एन पाठक एसडीओपी पाटन
वीडियो देखने के लिये यहां क्लिक करे:-