नई दिल्ली। गेहूं, मक्का और ज्वार की तरह बाजरा भी एक पौष्टिक अनाज है। सर्दी के दिनों में बाजरे की रोटी और खिचड़ी शरीर में अंदरूनी गर्माहट बनाए रखने के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसमें मौजूद विटामिन्स, मिनरल्स, फाइबर और प्रोटीन शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम पेन्नीसेतुम ग्लौकम है। बाजरा एक ऐसी फसल है, जिसे सूखा प्रभावित क्षेत्रों या उच्च तापमान वाले क्षेत्रों में भी आसानी से उपजाया जा सकता है। भारत में बाजरे की खेती उत्तर प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र् और पंजाब आदि में होती है।
कैंसर और डायबिटीज के लिए रामबाण:-
कई अध्ययनों में कहा गया है कि बाजरा कैंसर से बचाव में सहायक है पर ये न केवल कैंसर से बचाव में सहायक है बल्कि इसके नियमित सेवन से डायबिटीज का खतरा भी कम हो जाता है। डायबिटीज के मरीजों को इसके नियमित सेवन की सलाह दी जाती है।
गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी:-
गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम और आयरन की जगह बाजरे की रोटी और खिचड़ी दी जाए तो इससे उनके बच्चों को जन्म से लेकर पांच साल की उम्र तक कैल्शियम और आयरन की कमी से होने वाले रोग नहीं होते।
रोगों को रखे दूर:-
बाजरा कैल्शियम से भरपूर होता है। जोड़ों की समस्या व ऑस्टियोपोरासिस में यह बेहद लाभकारी है। इसको खाने से हड्डियां मजबूत रहती हैं।
इसमें भरपूर मात्रा में डायट्री फाइबर होते हैं जो पाचन में लाभकारी होते हैं और कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम कर मोटापा घटाने में मददगार साबित होते हैं।
बाजरा में ट्रायप्टोफेन अमीनो एसिड पाया जाता है, जो भूख को कम करता है। इसका सेवन सुबह के नाश्ते में करने से लंबे समय तक आपको भूख नहीं लगती और पेट भरा रहता है।
यह मैग्नीशियम और पोटैशियम का भी अच्छा स्त्रोत है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मददगार है।
इसमें एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर से फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को नष्ट करने के साथ-साथ किडनी और लीवर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में भी सहायक होते है।