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Tuesday, September 17, 2019

एक लाख रुपए में मां ने बेटी का किया सौदा, चंगुल से ऐसे मुक्त हुई पीड़िता

नई दिल्ली। 62 वर्षीय बुजुर्ग से शादी के लिए जब 15 वर्षीय बेटी ने इनकार कर दिया तो एक निर्मम मां ने कर्ज चुकाने के लिए एक लाख रुपये में अपनी बेटी को मानव तस्करों को बेच दिया। किशोरी को जैसे ही इसकी भनक मिली बचते बचाते हुए अगले ही दिन वह 10 रुपये में ऑटो से दोबारा अपने घर पहुंची और मामले की शिकायत दिल्ली महिला आयोग की हेल्पालाइन नंबर पर दी।
आयोग की सिफारिश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इस घटना पर चिंता जताते हुए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा कि दिल्ली में तस्करी बेरोकटोक जारी है। हैरानी की बात यह है कि कर्ज में डूबी मां, पहले भी अपने एक साल के बेटे को बेच चुकी है, लेकिन अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 
आठ सितंबर को निशा (नाम परिवर्तित) को उसकी मां ने बताया कि उसकी बहन से मुलाकात के लिए बदरपुर जाना है। लेकिन बदरपुरी की बजाय निजामुद्दीन के एक होटल में बेटी को साथ लेकर चली गईं।  वहां आरोपी मां ने होटल में ही अपनी बेटी निशा का एक लाख रुपये में सौदा कर लिया।
सौदा करने के बाद महिला ने अपनी बेटी से बताया कि उसे कहीं जरूरी काम से जाना है, उसे शाहिद नाम के एक व्यक्ति को सौंपते हुए कहा कि तुम्हें घर तक छोड़ आएंगे। लेकिन शाहिद उसे घर पहुंचाने की बजाय बवाना गांव की ईश्वर कॉलोनी स्थित अपने घर पहुंच गया।
शाहिद के घर की लड़कियों ने निशा से कहा कि वह शादी का जोड़ा पहनकर तैयार हो जाए। पूछने पर उसे बताया गया कि उसकी मां ने उसे एक लाख रुपये में बेच दिया है, इसलिए रकम वसूलने के लिए उसे ग्राहकों के साथ सोना पड़ेगा।
लेकिन अगले ही दिन निशा को मौका मिल गया और वह मानव तस्करों के चंगुल से बचकर भागने में कामयाब हो गई। जब वह आरोपियों के कब्जे से भागी, उस वक्त उसकी जेब में 10 रुपये थे। इसके बाद वह ऑटो से बवाना के जेजे कॉलोनी स्थित अपने घर पहुंची और पड़ोसियों की मदद से दिल्ली महिला आयोग की हेल्पलाइन नंबर 181 पर फोन किया। दिल्ली महिला आयोग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और लड़की को स्थानीय पुलिस स्टेशन ले गई।
62 वर्षीय बुजुर्ग से शादी के लिए पीड़िता नहीं हुई थी राजी:-
निशा ने आयोग को बताया कि उसकी मां अब्दुल नाम के एक व्यक्ति के संपर्क में थी, जो पहले से ही बच्चों की तस्करी में रह चुका है। निशा से उसकी मां ने हरियाणा में एक 62 वर्षीय व्यक्ति से शादी करने के लिए राजी करना चाहती थी, क्योंकि इसके एवज में उसे एक लाख रुपये मिलते।
इस बारे में पता चलते ही निशा ने इस बात का विरोध किया। साथ ही निशा ने अपनी मां को चेतावनी दे डाली कि अगर शादी के लिए उसे मजबूर किया गया तो इस मामले की पुलिस में शिकायत करेगी। अब्दुल वही शख्स है जिसने उसकी मां को शाहिद से मिलवाया था और उसे ही तस्करी का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। 
आयोग ने पुलिस से मांगी मामले की रिपोर्ट:-
पीड़िता ने कभी अपने पिता को नहीं देखा और वह अपनी मां, सौतेले पिता और चार भाई-बहनों के साथ बवाना जेजे कॉलोनी में रह रही थी। निशा ने बताया कि उसकी मां ने पिछले महीने उसके एक साल के भी मतस्करों के हाथ बेच दिया। उसकी मां कर्ज में डूबी होने की वजह से इसे चुकाने के लिए अपना बच्चा बेच दिया।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा कि दिल्ली में तस्करी बेरोकटोक जारी है, लेकिन दिल्ली पुलिस ऐसे अपराधियों पर अंकुश लगाने में नाकामयाब रही है।
उन्होंने कहा कि पुलिस में एफआईआर तो दर्ज कर ली गई है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। तस्करों के साथ मां को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए। इस मामले में सौतेले पिता की भूमिका की सघन जांच होनी चाहिए जबकि एक साल के बेटे को बेचने के मामले की भी पड़ताल होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद है और इस मामले में पुलिस को नोटिस कर रिपोर्ट मांगी जा रही है।