Breaking

Wednesday, October 9, 2019

पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर और अंतिम संस्कार मामला: सपा की मांग- HC के सिटिंग जज करें जांच

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के झांसी में कथित एनकाउंटर में मारे गए करगुआं गांव के पुष्पेंद्र यादव के परिजन शव लेने को तैयार नहीं थे. सोमवार देर रात पुलिस ने आनन-फानन में पुष्पेंद्र यादव के शव का अंतिम संस्कार कर दिया. उधर अब पुलिस के इस कदम पर सवाल खड़े हो रहे हैं और सियासत तेज हो गई है. मामले में समाजवादी पार्टी ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाए हैं. सपा ने मांग की है कि आरोपी एसओ पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए और पूरे मामले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराई जाए.
समाजवादी पार्टी के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया गया है, "पुष्पेंद्र यादव का ज़बरन अंतिम संस्कार कर भाजपा सरकार ने साबित कर दिया है कि हत्याआरोपियों को बचाने के लिए वो किसी भी हद तक जा सकती है. समाजवादी पार्टी की मांग है कि आरोपी एसओ पर 302 का केस दर्ज किया जाए. उसकी सीडीआर निकलवा हाईकोर्ट के माननीय सिटिंग जज से जांच कराई जाये."
समाजवादी पार्टी का ट्वीट:-
इससे पहले समाजवादी पार्टी ने ट्वीट किया, "विजयदशमी की सुबह से पहले रात के अंधेरे में झांसी में सत्ता की ताक़त झोंक कर पुष्पेंद्र यादव का अंतिम संस्कार कर सरकार ने न्याय की चिता जलाई है. बदायूं में भी हिरासत में दम तोड़ने वाले बृजपाल का अंतिम संस्कार कर दिया गया लेकिन अत्याचारी जान लें इंसाफ़ की सुबह होकर रहेगी."
परिजनों ने शव लेने से किया इनकार तो पुलिस ने किया अंतिम संस्कार:-
दरअसल झांसी में कथित तौर पर एनकाउंटर में मारे गए करगुआं गांव के पुष्पेंद्र यादव के परिजनों ने शव लेने को तैयार नहीं थे. सोमवार देर रात पुलिस ने आनन फानन में पुष्पेंद्र यादव के शव का अंतिम संस्कार कर दिया. एनकाउंटर के बाद पुष्पेंद्र के परिजनों ने झांसी के मोठ कोतवाल धर्मेंद्र सिंह चौहान के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की मांग की थी. मृतक पुष्पेंद्र यादव की पत्नी शिवांगी बार-बार बेसुध होकर न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रही है. शिवांगी के कहा कि घटना के दिन 8 बजे उसकी पति से फोन पर बात हुई थी. उसे क्या पता था कि वो अपने पति से आखिरी बार बात कर रही है. वो पुष्पेंद्र का इंतज़ार कर रही थी. इससे पहले पुष्पेंद्र काण्ड के विरोध में कांग्रेस, बसपा और समाजवादी पार्टी भी उठ खड़ी हुई और सभी ने एक सुर में इस मामले की जांच सीबीआई से करने की मांग की.
पुलिस के अनुसार- जवाबी फायरिंग में घायल हुआ था पुष्पेंद्र:-
बता दें कि रविवार तड़के सुबह मोंठ इंस्पेक्टर पर गोली चलाने वाले पुष्पेंद्र यादव को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था. पुलिस के मुताबिक गुरसराय इलाके में पुलिस टीम को देखकर पुष्पेंद्र ने फायरिंग कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से पुष्पेंद्र घायल हो गया. घायल आरोपी को लेकर पुलिस जिला अस्पताल पहुंची, जहां डाॅक्टर ने मृत घोषित कर दिया.
हमले से पहले इंस्पेक्टर को किया फोन:-
बताया जा रहा है कि धर्मेंद्र दो दिन पहले छुट्टी पर अपने घर कानपुर गया था. शनिवार की रात मोंठ इंस्पेक्टर कानपुर से अपनी कार से मोंठ आ रहे थे. इस दौरान पुष्पेंद्र ने रास्ते में उनको फोन कर कहा कि वह मिलना चाहता है. इस पर इंस्पेक्टर ने मोंठ से पहले हाइवे पर मिलने के लिए कहा. जैसे ही वहां कार से इंस्पेक्टर पहुंचे खनन माफिया ने फायरिंग कर दी. गोली उनके बगल से निकल गई।