गाजियाबाद/(उत्तरप्रदेश)। 70 लाख रुपए का गबन करने वाली महिला इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह सहित सातों पुलिस कर्मियों पर महकमे ने 25-25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया है. मामले का खुलासा होने के बाद से महिला पुलिस इंस्पेक्टर सहित सभी आरोपी पुलिस कर्मी फरार चल रहे हैं. इन पुलिस कर्मियों की जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजने के लिए गाजियाबाद पुलिस ने अपनी कवायद तेज कर दी है. जिसके तहत, गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार ने सभी आरोपियों पर 25-25 हजार रुपए के ईनाम की घोषणा की है.
आरोपियों की हुई कुर्की:-
पुलिस के अनुसार, इस पूरी मामले का खुलासा होने के बाद आरोपी महिला पुलिस इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान सहित सातों पुलिस कर्मी फरार हो गए थे. आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ महकमे ने कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति को कुर्क कर लिया है. साथ ही, गाजियाबाद पुलिस ने यह चेतावनी भी दी है कि आरोपी पुलिस कर्मियों की मदद करने वालों और उन्हें पनाह देने वाले लोगों के ऊपर भी पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी.
मेरठ कोर्ट में समर्पण की संभावना:-
चर्चा है कि भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित और फरार इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान सहित आरोपी पुलिस कर्मी आज कल में मेरठ स्थित कोर्ट में आत्मसमर्पण कर सकती है. इन चर्चाओं को ध्यान में रखते हुए गाजियाबाद और मेरठ पुलिस की संयुक्त टीम ने गाजियाबाद कोर्ट में घेरेबंदी कर दी है. पुलिस जल्द से जल्द इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने की कोशिश में जुटी हुई है.
खारिज हुई थी जमानत याचिका:-
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले महिला इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान समेत सात पुलिसवालों को हाईकोर्ट ने बड़ा झटका दिया था. हाई कोर्ट ने लक्ष्मी सिंह चौहान सहित सभी आरोपी पुलिस कर्मियों की अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज कर दिया था. लक्ष्मी सिंह चौहान और 6 सिपाहियों पर 70 लाख रुपये के गबन का आरोप है. इन सभी पर साहिबाबाद थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया गया था.
यह था मामला:-
24/25 सितंबर 2019 की रात लक्ष्मी सिंह चौहान ने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ राजीव सचान और आमिर को एटीएम के रुपयों में गबन के आरोप में गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 45,81,500 रुपये की बरामदगी दिखाई थी. आरोपियों से साहिबाबाद के सीओ राकेश कुमार मिश्र की पूछताछ में सामने आया कि राजीव से करीब 55 लाख रुपये और आमिर से 60 से 70 लाख रुपये बरामद किए गए थे.