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Thursday, November 14, 2019

खबर का एक्सरे:- आखिर विधायक ने क्यो लिखी लोकप्रिय थानेदार के खिलाफ DGP को चिट्ठी...?

शिवपुरी/(मध्यप्रदेश)। शिवपुरी जिले के इंदार थाने में हाल ही में पदस्थ हुए थाना प्रभारी रविन्द्र सिकरवार के खिलाफ कोलारस विधायक को आखिर अपने विधानसभा क्षेत्र से हटाने के लिये प्रदेश के DGP महोदय को पत्र क्यों लिखना पड़ा यह बात जिसने भी सुनी वो हतप्रभ रह गया। क्योंकि थानाप्रभारी श्री सिकरवार की पदस्थापना शिवपुरी जिले के कई थानों पर रही है। पदस्थी के दौरान प्रत्येक थाना क्षेत्र की जनता के बीच वह बेहतर पुलिसिंग के चलते खासे लोकप्रिय रहते है। श्री सिकरवार से स्थानीय जनता का लगाव उनकी व्यवहारिकता व अच्छी पुलिसिंग के कारण है। वह जिस भी थाना क्षेत्र में रहे वहां उनकी तेज तर्रार कार्यशैली के चलते अवैध कृत्यों में संलिप्त लोग, गुंडे बदमाश, माफिया पर उनके द्वारा इतनी जबरदस्त नकेल कसी गयी कि अपराधी या तो अपराध छोड़ गए या क्षेत्र छोड़ गए। शिवपुरी जिले में एडी टीम के प्रभारी रहते हुए श्री सिकरवार ने यहां डकैतों का सफाया किया वही तत्कालीन एसपी रहे अधिकारियों का भरोसा भी जीता ओर जिले में चल रहे कई अवैध धंधे जिनमे, जुआ, सट्टा, स्मेक, लूट, डकैती, अवैध रेत उत्खनन व परिवहन आदि जैसे गंभीर कार्यो पर भी इन्होंने शानदार कारवाही की।
जनता के बीच सिंघम, एडी स्पेशलिस्ट, तेजतर्रार पुलिस अफसर जैसे नामो से लोकप्रिय उपनिरीक्षक श्री रविन्द्र सिकरवार को उनके दस्यु उन्मूलन के कार्यो को देखते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी सम्मानित कर चुके है। लेकिन जिले भर में एक मात्र हमारे कोलारस विधायक श्री वीरेंद्र रघुवंशी द्वारा इनके खिलाफ DGP को पत्र लिखने वाली बात समझ से परे होकर जनता में चर्चा का वायस बना हुआ है। आपको बता दे कि पूर्व में श्री सिकरवार इनकी कोलारस विधानसभा क्षेत्र के तेंदुआ थानाप्रभारी भी करीब 2 वर्ष तक रहे है और उस दौरान इन्होंने राजस्थान व शिवपुरी में आतंक का पर्याय बने 15 हजार के इनामी डकैत संग्राम गुर्जर को भी पकड़ा था। जिसकी तेंदुआ थाना क्षेत्र की जनता ने भी प्रशंसा करी थी। और श्री सिकरवार जनता के बीच यहां भी खासे लोकप्रिय थाना प्रभारी रहे। 
लेकिन विधायक जी ने पत्र में लिखा है कि श्री सिकरवार के द्वारा उनकी शांतिप्रिय विधानसभा में माहौल खराब होने की संभावना है। मेरा सवाल यदि उनकी कार्यशैली इतनी ही खराब है माननीय तो आजतक एक भी कार्रवाई उनपर क्यो नही हुई जबकि माहौल बिगाड़ने वाले अधिकारी तो कई-कई बार निलंबित होते है...? और वर्दी का दुरुपयोग कैसा करते है यह भी समझ से परे है क्योंकि वर्दी का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार करने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई होती है लेकिन इनपर शायद ही ऐसी कोई कार्रवाई हुई हो...? लेकिन सूत्रों से यह खबर निकल कर जरूर सामने आई है कि श्री सिकरवार के बड़े भाई पूर्व कोलारस थाना प्रभारी निरीक्षक श्री सुरेंद्र सिकरवार के द्वारा विधायक जी के नजदीकी लोगों व रिश्तेदारों के रेत का परिवहन करते कई डम्फर जप्त किये थे। ओर विधायक जी की छोड़ने की बात न मानते हुए कार्रवाई कर दी थी। लगता है यही डर इनको पुनः सता रहा है। क्योंकि इनके नजदीकियों व रिश्तेदारों के डम्फर इसी थाना क्षेत्र से होकर ईसागढ़ तक जाते है। श्री रविन्द्र सिकरवार की तेजतर्रार कार्यशैली ऐसी ही है गलत कृत्य यह अपने थाना क्षेत्र में पसंद नही करते।