मुरैना/औरंगाबाद. अंतरराज्यीय मानव तस्करों के हत्थे चढ़कर दो बार बेची गई बिहार के औरंगाबाद की किशोरी को मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के अंबाह से मुक्त कराया गया है. इस युवती ने एक महीने पहले सोशल मीडिया पर अपना वीडियो अपलोड किया था और मदद मांगी थी. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. औरंगाबाद की गोह पुलिस ने एमपी की मुरैना पुलिस के सहयोग से इस कार्रवाई को पूरा किया.
मुरैना से हुई बरामदगी:-
तीन साल पूर्व औरंगाबाद से अपहृत किशोरी को दो जगह बिकने के बाद मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के अंबाह थाना क्षेत्र के बड़फरा गांव से मुक्त करा लिया गया है. औरंगाबाद के गोह थाना की पुलिस ने इस मामले में 51 साल के राघवेंद्र शर्मा को भी को भी गिरफ्तार कर लिया है जिसने उसे 40 हज़ार में ख़रीदा था और पत्नी बनाकर अपने साथ रखे हुए था.
पहली बार आगरा में हुआ सौदा:-
पीड़िता के मुताबिक वो आगरा में पहली बार 20 हजार में बेची गई थी जहां कई लोग पीड़िता के साथ जबर्दस्ती करते रहे. दूसरी बार फिर से पीड़िता को मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के अम्बा थाना क्षेत्र के बड़फरा में 40000 में बेचा गया जिसे राघवेन्द्र शर्मा नामक 60 वर्षिय दरिंदे ने खरीदा और गलत दस्तावेज पेश कर उससे शादी कर ली और उसके बाद लगातार दो सालों तक राघवेन्द्र शर्मा और उसका बहनोई पीड़िता का यौन- शोषण करते रहे. इस दौरान पीड़िता चीखती-चिल्लाती रही वो मिन्नतें करती रही और वहसी दरिंदे हथियार का भय दिखाकर उसकी आबरू से खिलवाड़ करते रहे.
राजस्थान में भी लगी बोली:-
युवती अपनी दादी से नाराज़ होकर गोह चली आई थी जहां उर्मिला नाम की महिला उसे बहला फुसलाकर अपने साथ उत्तर प्रदेश के आगरा ले आई थी जहां बाद में उसने राजस्थान के राजू नाम के एक लड़के के हाथों उसे 30 हज़ार रुपये में बेच दिया था. वहां भी राजू के अलावा बब्लू नाम के एक और लड़के के साथ साल भर तक वो हमबिस्तर बनती रही. एक साल बाद फिर उसे एमपी के मुरैना जिले के गोपी निवासी पन्नालाल के हाथों बेच दिया गया जिसे उसने अपने साले राघवेंद्र को सुपुर्द कर दिया.
यू-ट्यूब पर अपलोड किया वीडियो:-
अंबाह के बड़फरा निवासी राघवेंद्र ने उसका नाम बदलकर नए सिरे से उसका आधार कार्ड बनवा लिया था और पिछले दो साल से उसे बतौर पत्नी अपने पास रखे हुए था. रोज-रोज के टार्चर से परेशान हो चुकी युवती ने थक-हारकर यूट्यूब तथा व्हाट्सप्प का सहारा लिया और खुद को इन दरिंदों के चंगुल से मुक्त कराने की ओपन गुहार लगाई जिसका सकारात्मक नतीजा भी निकला.
वीडियो देखते ही एक्शन में आई पुलिस:-
गोह के एज़ाज़ खान ने जब इस वीडियो को देखा तब उसने मोबाइल पर युवती से संपर्क किया और उसे मुक्त करा लेने का आश्वासन भी दिया. इसके बाद पुलिस की मेहनत का नतीजा यह रहा कि युवती दोबारा अपने परिजनों के बीच है और खुश है. एसडीपीओ राजकुमार तिवारी ने बताया कि मामले की प्राथमिकी दर्ज़ होते ही गोह पुलिस एक्शन में आ गई थी. पुलिस की एक टीम को मध्य प्रदेश भेजा गया जहां कार्रवाई करते हुए युवती को मुक्त करा लिया गया है.