नई दिल्ली। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने अगले भारतीय सेना प्रमुख होंगे। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने 28 वें सेनाध्यक्ष होंगे और 31 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत रिटायर होंगे। लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने सेना की पूर्वी कमान संभाल रहे थे।बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने एक सितंबर को लेफ्टिनेंट जनरल अनबू की जगह उपसेना प्रमुख का पद ग्रहण किया था। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर इन्फैन्टीर ब्रिगेड की कमान भी संभाली है।
इसके अलावा तीन साल तक उन्होंने म्यांमार में भारतीय दूतावास में भारत के रक्षा प्रशिक्षक के रूम में भी कर चुके हैं।मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले के प्राचीर से सीडीएस की नियुक्ति का ऐलान किया था, जो तीनों सेनाओं के ऊपर होगा।थलसेना के 13 लाख जवानों के उपप्रमुख के तौर पर उन्होंने 1 सितंबर को पदभार ग्रहण किया था। इससे पहले वह थलसेना के पूर्वी कमान का नेतृत्व कर रहे थे,जो चीन से लगती भारत की लगभग चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा की रखवाली करती है।लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर इन्फैन्टीर ब्रिगेड की कमान भी संभाली है।इसके अलावा तीन साल तक उन्होंने म्यांमार में भारतीय दूतावास में भारत के रक्षा प्रशिक्षक के रूम में भी कर चुके हैं। मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले के प्राचीर से सीडीएस की नियुक्ति का ऐलान किया था, जो तीनों सेनाओं के ऊपर होगा।
रक्षा सचिव की अध्यक्षता में एक समिति सीडीएस पद के दायरे और अधिकारों को लेकर प्रारूप तैयार कर रही है। ऐसे में वरिष्ठता के आधार पर जनरल बिपिन रावत के नाम की चर्चा चल रही है और कहा जा रहा हैकि वो स्टाफ कमेटी के चैयरमैन बन सकते हैं। ऐसी स्थिति में सीडीएस के लिए पहला नाम उन्हीं का होगा। सूत्रों का मानना है कि धनोआ को लेकर अगर कोई निर्णय नहीं होता है तो फिर दिसंबर में सेवानिवृत्त होने से पूर्व जनरल रावत को इस पद की जिम्मेदारी मिलने की संभावनाएं काफी बढ़ जाएंगी।