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Sunday, January 12, 2020

हथियार लाइसेंस के लिए हाईकोर्ट का फर्जी जज बन कमिश्नर को किया फोन, युवक पहुंचा हवालात

ग्वालियर (मध्य प्रदेश)।के चंबल क्षेत्र में हथियार का लाइसेंस (arms license) होना शान की बात मानी जाती रही है. इसलिए कुछ लोग लाइसेंस बनवाने के लिए 'कुछ भी कर गुजरने' पर आमादा हो जाते हैं. ग्वालियर में एक जालसाज ने हथियार का लाइसेंस बनवाने के लिए सीधे संभागीय कमिश्नर एमबी ओझा को ही फोन कर दिया. फोन पर उसने खुद को हाईकोर्ट का जज बताते हुए लाइसेंस बनवा देने का आग्रह किया. कमिश्नर ने जब पुलिस से इसकी शिकायत की, तो जालसाज को क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा.
फर्जी जज की शिकायत:-
ग्वालियर के संभागीय कमिश्नर एमबी ओझा ने एसपी नवनीत भसीन को एक शिकायती पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अजय शंकर त्यागी ऊर्फ मनीष ने खुद को जबलपुर हाईकोर्ट का जज विवेक शर्मा बताते हुए शस्त लाइसेंस बनवाने की गुजारिश की है. जब इस सिलसिले में कमिश्नर दफ्तर ने जबलपुर हाईकोर्ट में तस्दीक कराई, तो खुलासा हुआ कि जस्टिस विवेक शर्मा नाम का कोई जज वहां है ही नहीं. इसके बाद कमिश्नर ने आरोपी जालसाज के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा. कमिश्नर का पत्र मिलने के बाद एसपी ने क्राइम ब्रांच को मामले की जांच करने को कहा.
मोबाइल नंबर से पकड़ा गया:-
क्राइम ब्रांच ने मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपी की तस्दीक की और मुखबिर की मदद से शनिवार को उसे झांसी रोड इलाके से दबोच लिया. आरोपी मनीष शर्मा से अब पूछताछ की जा रही है. पुलिस के मुताबिक मनीष दतिया जिले का रहने वाला है और खुद को लैब टैक्नीशियन बता रहा है. ग्वालियर के एसपी ने बताया कि जालसाज मनीष शर्मा के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. आरोपी के बारे पुलिस और भी जानकारी हासिल करन का प्रयास कर रही है.