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Friday, January 31, 2020

बड़ी खबर:- ग्वालियर में मिला कोरेना वायरस का संदिग्ध, चीन में करता है डॉक्टरी की पढ़ाई

ग्वालियर. मुरार जिला अस्पताल में सुबह ओपीडी में आए कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज को डॉक्टर और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दिनभर ढंूढते रहे। शाम को किसी तरह उसका पता मिला तो मुरार जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ.नरेश लक्षवानी और जिला महामारी अधिकारी महेन्द्र पिपरोलिया 108 एंबुलेंस लेकर रात 8 बजे के मुरार में स्थिति संदिग्ध मरीज के घर पहुंचे। लेकिन मरीज और उनके परिजन ने अस्पताल जाने से साफ मना कर दिया। लगभग डेढ़ घंटे तक टीम मरीज और परिजन को समझाती रही, लेकिन परिजन नहीं माने। इस पर स्वास्थ्य अधिकारियों ने मरीज के घर को आइसोलेशन कर मास्क आदि उपलब्ध कराए और समझाइश देकर रात 9.30 बजे के बाद लौट आए।
मुरार जिला अस्पताल में सुबह 11 बजे ओपीडी में काफी संख्या में मरीज दिखाने के लिए खड़े थे, तभी मेडिसिन के डॉक्टर विनोद बाथम के पास पांच-छह मरीज पहुंचे। इनमें से एक ने डॉक्टर को अपनी बीमारी के लक्षण बताने शुरू किए तो डॉक्टर के होश उड़ गए। डॉक्टर ने तुंरत कोरोना वायरस होने की संभावना व्यक्त की और मरीज से कहा कि मेडिकल कॉलेज में जाकर इलाज कराओ। इस पर मरीज वहां से चला गया।
बीमारी सुन अस्पताल से भाग गए लोग:-
ओपीडी में अन्य मरीजों के साथ आए अन्य लोग तुरंत कोरोना वायरस की सुनकर अस्पताल से भाग निकले।
मचा हड़कंप:-
कुछ देर बाद डॉक्टर बाथम ने वरिष्ठ डॉक्टरों को बताया तो सभी लोग मरीज को ढूंढने में लग गए। जिला अस्पताल में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज आने की खबर एक घंटे में शहर में फैल गई, इससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
आज कराई जाएगी जांच:- 
मरीज की जांच के लिए डॉक्टर शुक्रवार सुबह सैंपल लेंगे। सैंपल पूना भेजा जाएगा, जिसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
बचाव:-
अपने हाथ साबुन और पानी या अल्कोहल युक्त हैंड रब से साफ करें।
खांसते और छींकते समय अपनी नाक और मुंह को टिश्यू या मुड़ी हुई कोहनी से ढकें।
मीट, अंडों को पकाकर ही खाएं,जानवरों के संपर्क में कम आएं।
लक्षण:-
कोरोना वायरस के मरीजों में जुखाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण देखने में आते हैं। इसके बाद यह लक्षण निमोनिया में बदल जाते हैं और किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं। फेंफडे में गंभीर किस्म का संक्रमण हो जाता है। कोरोना वायरस आमतौर पर जानवरों में पाया जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि कई बार जानवरों से इसका संचार इंसानों में भी हो जाता है। इस वायरस से ग्रसित होने पर श्वास संबंधी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसके लिए कोई खास इलाज नहीं है। कई बार बीमारी के लक्षण अपने आप खत्म हो जाते है।
फ्लाइट से भी आते-जाते हैं लोग:-
ग्वालियर के कई लोग चीन में जॉब के साथ शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। संदिग्ध मरीज भी वहां पढ़ रहा था। वहां कोरोना वायरस फैलने के बाद डर से लोग अपने घरों की ओर आ रहे हैं। इसमें कई दिल्ली, इंदौर और अन्य बड़े शहरों से होते हुए ग्वालियर फ्लाइट से आते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को लोगों की पहचान के लिए स्क्रीनिंग करानी होगी।
मरीज हमारी देखरेख में:-
कोरोना वायरस चीन के बुहान शहर में फैला है, लेकिन संदिग्ध मरीज उस शहर से एक हजार किलोमीटर दूर रहता है। वहीं इस मरीज के भारत में आए हुए 17 दिन हो चुके हैं। कोरोना वायरस का असर 14 दिन तक रहता है, लेकिन रोग की गंभीरता को देखते हुए मरीज की जांच शुक्रवार को कराई जाएगी। इसको देखते हुए मरीज हमारी देखरेख में है। 
-डॉ.एके दीक्षित, जेडी स्वास्थ्य विभाग-
स्वाइन फ्लू वार्ड में होगा कोरोना वायरस वार्ड:- 
जेएएच में स्वाइन फ्लू वार्ड को ही कोरोना वायरस वार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए जेएएच प्रबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है। जेएएच के स्वाइन फ्लू वार्ड में 8 पलंग अलग से हैं। यह मेडिकल वार्ड में अलग बना है। कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को यहीं शिफ्ट किया जाएगा। 
-डॉ.अशोक मिश्रा, अधीक्षक जेएएच-