इंदौर। महिला अफसर से यौन शौषण के मामले में फरार सहकारिता उपायुक्त की पत्नी गुरुवार को डीआईजी के पास पहुंच गई। उसने पति को बेगुनाह बताया और कहा कि उन्हें भूमाफिया ने फंसाया है। इस पर डीआईजी ने फटकार लगाई और कहा कि वह इतना सीधा नहीं है। पीड़िता को अश्लील मैसेज करता था।एमजी रोड थाना पुलिस सहकारिता उपायुक्त राजेश क्षत्री की तलाश कर रही है। उसके खिलाफ महिला अफसर की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। कई स्थानों पर दबिश देने के बाद भी आरोपित फरार है। गुरुवार दोपहर क्षत्री की पत्नी बेटी और बेटे के साथ पुलिस कंट्रोल रूम पहुंच गई। डीआईजी रुचि वर्धन मिश्र से बहस की और कहा कि पुलिस ने गलत कार्रवाई की है। महिला (पीड़िता) खुद ही पीछे पड़ी थी। उसे मैसेज से परेशानी थी तो नंबर ब्लॉक क्यों नहीं किया।
एक बार ब्लॉक किया था, लेकिन वापस अनब्लॉक भी कर दिया। उन्हें भूमाफिया ने फंसाया है। डीआईजी ने कहा कि वह अश्लील मैसेज करता था। अगर सही है तो उसे सामने आना चाहिए। हम दोनों को आमने-सामने बैठाकर सच्चाई जान लेंगे। उसके मोबाइल लेकर आओ। उसकी भी जांच करेंगे। वह इतना भी सीधा नहीं कि भूमाफिया फंसा सके। पुलिस ने सब कुछ देखकर केस बनाया है। महिला पति का पक्ष लेते हुए रोने लगी। डीआईजी ने महिला पुलिसकर्मियों को बुलाया और उसे बाहर कर दिया। उधर, क्षत्री द्वारा लगाई गई अग्रिम जमानत की अर्जी भी कोर्ट ने खारिज कर दी। टीआई राजेंद्र चतुर्वेदी के मुताबिक आरोपित को फरार घोषित कर इनाम घोषित किया जाएगा।
