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Thursday, January 23, 2020

हाथों में तलवार लिए घोड़ी पर सवार होकर निकली दुल्हनें, दूल्हे जमकर नाचे

खंडवा (मध्यप्रदेश)। इंदौर रोड से जब तलवार लिए घोड़ी पर सवार होकर दो दुल्हनें बरात लेकर निकलीं तो राहगीरों के कदम थम गए। ढोल-ढमाकों के साथ पाटीदार समाज की दुल्हनें जब विवाह स्थल पर पहुंचीं तो यहां दूल्हे भी नृत्य करने लगे।
आमतौर पर दूल्हों को बरात लेकर जाते हुए देखा जाता है लेकि न दुल्हन घोड़ी पर चढ़कर दूल्हे के घर बारात लेकर जाए यह नजारा कम ही देखने को मिलता है। पाटीदार समाज की यह परंपरा बुधवार को शहर में आकर्षण का कें द्र रही। समाज की दो बेटियों का विवाह एक साथ हुआ।
साक्षी पाटीदार का विवाह आनंद से तो सृष्टि पाटीदार ने शशांक के साथ सात फेरे लिए। इससे पहले दोनों दुल्हनों ने बैंडबाजे के साथ घोड़ी पर चढ़कर बारात निकाली। बारात के विवाह स्थल पर पहुंचते ही यहां दूल्हे भी खुशी से झूमकर नाचते नजर आए।
पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश:-
पाटीदार परिवार के इस विवाह समारोह में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इक्रो फ्रेंडली इस विवाह के लिए पत्रिकाएं कागज पर प्रकाशित ना करते हुए रुमाल पर छपवाई गईं। रुमाल को दो बार धोने के बाद इसका उपयोग भी कि या जा सकता है। साथ ही शादी में आए मेहमानों को 51 नीम, 51 पीपल के व 51 तुलसी के पौधे बांटे गए।
लायंस क्लब की मुहिम के तहत पुराने घरेलू कपड़ों से निर्मित 151 थैलियां मेहमानों रिटर्न गिफ्ट के रुप में दी गईं। रिटर्न गिफ्ट में मिले पौधे पाकर मेहमानों के चेहरे खिल उठे। संभवत: शहर में यह पहली शादी है, जिसमें मेहमानों को रिटर्न गिफ्ट में पौधे व कपड़े की थैलियां भेंट की गई हैं। इस दौरान मेहमानों के साथ दुल्हन के काका दीपक पाटीदार ने कहा कि यह नई पहल है। शादी के रस्मो-रिवाज में इसे शामिल कर देना चाहिए। पेड़-पौधे को अगर एक बेटे के समान पाला जाए तो पूरे देश को प्रदूषण मुक्त कि या जा सकता है।