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Saturday, January 11, 2020

FASTag को लेकर मन में उठ रहे सारे सवालों के जवाब यहां जानिये, ढाई फीसदी Cashback भी मिलेगा

जबलपुर। FASTag : देश के राष्ट्रीय राजमार्गों के टोलनाकों पर 'फास्टैग' या ऑनलाइन टोलशुल्क जमा करने वाले वाहनों को ढाई फीसदी कैशबैक भी मिलेगा। वहीं वाहनों पर फास्टैग लगाने और उसे रिचार्ज नहीं कराने वाले वाहनों को टोलनाका की कैशलेन में जाकर टोल नकद देना होगा। शुक्रवार को 'हैलो नईदुनिया' में पाठकों के सवालों के जवाब में यह जानकारी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के डिप्टी मैनेजर पारस बंसल ने दी।
एनएचएआई अधिकारी ने बताया कि देश के राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) के टोलनाकों पर 15 दिसंबर 2019 से फास्टैग सेवा आरंभ हो चुकी है। केंद्र ने यह सुविधा पर्यावरण को संरक्षण देने और नागरिकों का कीमती समय बचाने के उद्देश्य से शुरू की है। कृषि योग्य व दोपहिया-तिपहिया वाहनों को छोड़कर अन्य सभी वाहनों को फास्टैग लेना अनिवार्य है।

यह तथ्य सामने आए:-
-ऑनलाइन ई-शॉपिंग कंपनियों, निजी व शासकीय बैंकों और एनएचएआई कार्यालय से फास्टैग लिया जा सकता है।
-कार-जीप के लिए फास्टैग की कीमत एक सौ और मार्जिन मनी (जमानत राशि) दो सौ यानी कुल तीन सौ रुपए है।
-टोलनाका के आसपास फास्टैग युक्त वाहन की रफ्तार 10-40 किलोमीटर से ज्यादा न हो।
-फास्टैग युक्त वाहनों के बीच 5 मीटर का फासला बनाकर रखें।
-वाहन में फास्टैग लगने के बाद रिचार्ज भी कराएं, तभी ऑनलाइन टोल जमा होगा।
-फास्टैग के रिचार्ज नहीं होने पर वाहन के लिए कैशलेन में जाकर नकद टोल देने की सुविधा मिलेगी।
-फास्टैग को बैंक खाते से लिंक कराकर इसे बार-बार रिचार्ज कराने से बच सकते हैं।
-फास्टैग नहीं लगे वाहनों को टोलनाकों पर दोगुना राशि जमा करना होगी।

अभी ये समस्याएं:-
-वाहनों में फास्टैग लगवाने नागरिकों को परेशान होना पड़ रहा है।
-कई लोगों ने वाहनों में फास्टैग लगवाने के बाद उसे रिचार्ज नहीं कराया।
-एनएच के टोलनाकों में वाहनों की रफ्तार ज्यादा होने से सेंसर उसे रीड नहीं कर पाते।
-टोलनाकों पर फास्टैग लगे वाहनों के बीच फासला कम होने से उन्हें कैशलेन में टोल जमा करना पड़ रहा है।
-कुछ बड़े वाहनों में कार-जीप का फास्टैग लगाकर टोलनाकों से निकाला जा रहा है।
-एनएच के टोलनाकों पर फास्टैग रीड नहीं होने पर कुछ वाहन चालक शुल्क देने से बचने विवाद भी करते हैं आदि।

यह सुविधा मिली:-
-एनएच के सभी टोलनाकों पर फास्टैग युक्त वाहनों के लिए वीआईपी ट्रीटमेंट।
-टोलनाकों की कतार में खड़े होने की जरूरत नहीं।
-टोलनाका में कितनी राशि ली गई और कहां, कितने समय उपस्थित थे का प्रमाण।
-टोलनाकों पर समय बर्बाद नहीं होगा और एनएच पर वाहनों की रफ्तार बढ़ेगी।
-एक बार फास्टैग लगवाने पर लाइफ टाइम वैलेडिटी मिलेगी।
पाठकों ने यह किए मुख्य सवाल:-
प्रश्न - वाहन में फास्टैग लगवाने कहां जाएं, देना बैंक में नहीं मिलता?
- अनूप जैन, शांति नगर-
जवाब - ऑनलाइन ई-शॉपिंग कंपनी अमेजान, पेटीएम या कोटक महिंद्रा, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया आदि से फास्टैग ले सकते हैं। एनएच-12ए के बरेला या एनएच-30 के मोहतरा, पाण्डुतला टोलनाका से फास्टैग लिया जा सकता है। सिविल लाइन स्थित एनएचएआई के कार्यालय से इसे लिया जा सकता है।
प्रश्न - ऑनलाइन फास्टैग कितनी राशि देने पर मिलेगा?, क्या यह खरीदी करना सही है?
- प्रमोद पांडेय, विजय नगर-
जवाब - ऑनलाइन कंपनियों ने फास्टैग की कीमत अलग-अलग रखी है। ई-शॉपिंग कंपनियां सही तरीके से फास्टैग बेच रहीं हैं।
प्रश्न - फास्टैग की खरीदी ऑनलाइन या ऑफलाइन करने पर फायदेमंद होगी?, इसे कहां-कहां से लिया जा सकता है?
- सचिन विश्वकर्मा, गोरखपुर-
जवाब - वाहन मालिक अपनी सुविधा के अनुसार फास्टैग की खरीदी ऑनलाइन या ऑफलाइन टोलनाका, बैंक, एनएचएआई से कर सकते हैं।
प्रश्न - फास्टैग युक्त वाहन टोलनाका से निकलने के बाद भी सेंसर ने रीड नहीं किया और नकद राशि देना पड़ी। क्या यह सही है?
- जोगिंदर सिंह राजपूत, त्रिमूर्ति नगर-
जवाब - टोलनाका से गुजरते समय वाहन की अधिक या दो वाहनों में फासला नहीं होने से सेंसर फास्टैग को रीड नहीं करता है। ऐसी ही किसी समस्या से आपको टोलनाका पर नकद राशि देना पड़ी।
प्रश्न - कार-जीप में फास्टैग लगवाने कितनी राशि खर्च होगी? यह सबसे सस्ता कहां से लगवाया जा सकता है?
- रामसेवक शर्मा, घंसौर सिवनी-
जवाब - एनएचएआई कार्यालय आकर कार-जीप में सिर्फ तीन सौ रुपए में फास्टैग लगवाया जा सकता है। इसमें फास्टैग लगाने के एक सौ और सिक्योरिटी राशि दो सौ रुपए होगी। इसके बाद फास्टैग को रिचार्ज कराना भी जरूरी होगा।
प्रश्न - फास्टैग की बेसिक प्रोसेस क्या है? सिवनी, मंडला, डिंडौरी आना-जाना करते हैं, लेकिन बरेला के टोलनाके पर फास्टैग नहीं मिला?
- अतुल शर्मा, गढ़ा-
जवाब - निजी या व्यावसायिक चौपहिया वाहन में फास्टैग निर्धारित राशि देकर लगवाया जा सकता है। केंद्र ने सभी वाहनों को 7 प्रकार से वर्गीकृत किया है, जिनमें लगने वाले फास्टैग अलग-अलग रंग के हैं। नागरिकों को अपने वाहनों में फास्टैग लगवाने संबंधित वाहन की आरसी बुक लाना अनिवार्य है। इसके बाद नागरिक निर्धारित राशि देकर वाहन में फास्टैग लगवा सकते हैं।