भोपाल। राज्य सरकार के माफियामुक्त अभियान की इंदौर के जिस जीतू सोनी से शुरुआत हुई थी और उसमें संवेदनशीलता नहीं बरतने के आरोपों पर हटाए गए इंदौर जोन के एडीजी वरुण कपूर को वापस इंदौर की पदस्थापना दे दी गई है। मगर इस बार वे मैदानी पदस्थापना नहीं पा सके हैं और उन्हें इंदौर में आरएपीटीसी एडीजी बनाया गया है। इंदौर जोन में एकबार फिर आईजी की पदस्थापना हुई और यहां पूर्णकालिक आईजी के रूप में जबलपुर आईजी विवेक शर्मा की पदस्थापना की गई है। एडीजी साइबर मिलिंद कानस्कर को इंदौर जोन के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है।
राज्य शासन ने पिछले दिनों जिन आईपीएस अधिकारियों की पदोन्न्ति के लिए डीपीसी की थी, उनमें से कुछ अधिकारियों की शनिवार की शाम को पदस्थापना की गई है। पदोन्न्त हुए तीन डीआईजी और दो एसपी स्तर के अधिकारियों को आईजी व डीआईजी की नई पदस्थापना दी गई है। सितंबर 2016 से सागर जोन के आईजी के रूप में पदस्थ सतीश कुमार सक्सेना को हटाकर आईजी एसएएफ रेंज भोपाल बनाया गया है।
उनके स्थान पर डीआईजी से प्रमोशन पाने वाले अनिल कुमार शर्मा को पदस्थ किया गया है। शर्मा उज्जैन रेंज के डीआईजी थे। उनकी जगह एसपी से पदस्थ हुए एआईडी प्रबंध मनीष कपूरिया की पदस्थापना की गई है। पिछले साल फरवरी में शहडोल आईजी बनाए गए एसपी सिंह को पीएचक्यू लाया गया है।
वे इसी साल अक्टूबर में रिटायर होने वाले हैं। उनके स्थान पर फिलहाल शहडोल आईजी की पदस्थापना नहीं की गई है। जबलपुर रेंज में डीआईजी बीएस चौहान को प्रमोशन के बाद वहीं आईजी के तौर पर पदस्थ कर दिया गया है। डीआईजी इंटेलीजैंस मनोज शर्मा की भी पदोन्न्ति के बाद पीएचक्यू में ही पदस्थापना की गई है। इसी तरह एसपी मंडला आरआरएस परिहार को प्रमोशन के बाद पीएचक्यू में डीआईजी के तौर पर पदस्थ किया गया है।